Sunday 26 November 2023

कविता. ५००२. सपनों को एहसासों की।

                             सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की आहट समझ दिलाती है तरानों से अक्सर आस तलाश देकर जाती है नजारों को अरमानों की कहानी अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की पुकार सुबह दिलाती है राहों से अक्सर रोशनी पहचान देकर जाती है जज्बातों को अंदाजों की सरगम अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की सोच इशारा दिलाती है लम्हों से अक्सर परख आवाज देकर जाती है दास्तानों को आशाओं की मुस्कान अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की उमंग बदलाव दिलाती है इशारों से अक्सर सौगात कोशिश देकर जाती है दिशाओं को अल्फाजों की समझ अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की उम्मीद कोशिश दिलाती है नजारों से अक्सर लहर अंदाज देकर जाती है आवाजों को बदलावों की कहानी अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की परख अरमान दिलाती है किनारों से अक्सर उम्मीद रोशनी देकर जाती है उजालों को लम्हों की कोशिश अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की कहानी अल्फाज दिलाती है कदमों से अक्सर आहट आवाज देकर जाती है इरादों को उम्मीदों की समझ अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की लहर अहमियत दिलाती है आवाजों से अक्सर पुकार किनारा देकर जाती है अरमानों को लहरों की राह अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की सौगात परख दिलाती है अंदाजों से अक्सर सौगात खयाल देकर जाती है जज्बातों को आशाओं की सोच अफसाना सुनाती है।

सपनों को एहसासों की उमंग राह दिलाती है अफसानों से अक्सर रोशनी बदलाव देकर जाती है इशारों को कदमों की उमंग अफसाना सुनाती है।


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