Monday 27 November 2023

कविता. ५००३. आसमान संग अरमानों की!

                           आसमान संग अरमानों की।

आसमान संग अरमानों की पहचान इशारे देती है दास्तानों को अदाओं की कोशिश पुकार सुनाती है कदमों से धाराओं की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की आहट किनारे देती है दिशाओं को बदलावों की मुस्कान सरगम सुनाती है नजारों से जज्बातों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की परख दास्ताने देती है सपनों को एहसासों की रोशनी तलाश सुनाती है लम्हों से आशाओं की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की आस तराने देती है जज्बातों को अंदाजों की परख उमंग सुनाती है अफसानों से लहरों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की सुबह लम्हे देती है किनारों को अल्फाजों की सोच उम्मीद सुनाती है आवाजों से राहों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की समझ सपने देती है खयालों को एहसासों की आहट अहमियत सुनाती है अंदाजों से नजारों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की सोच उम्मीदे देती है जज्बातों को राहों की पुकार बदलाव सुनाती है दिशाओं से उजालों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की उमंग अफसाने देती है आशाओं को खयालों की समझ मुस्कान सुनाती है तरानों से अल्फाजों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की रोशनी लहरें देती है अंदाजों को इरादों की सौगात तलाश सुनाती है अदाओं से एहसासों की कहानी दिलाती है।

आसमान संग अरमानों की परख अफसाने देती है इशारों को आशाओं की पहचान आस सुनाती है दिशाओं से आवाजों की कहानी दिलाती है।

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