Sunday 19 November 2023

कविता. ४९९५. नजारों को दिशाओं की।

                               नजारों को दिशाओं की।

नजारों को दिशाओं की कहानी सुबह दिलाती है खयालों को अंदाजों की आस पहचान सुनाती है लम्हों को दास्तानों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की कोशिश सरगम दिलाती है राहों को किनारों की राह परख सुनाती है कदमों को अदाओं संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की समझ अल्फाज दिलाती है लहरों को इशारों की सौगात उमंग सुनाती है जज्बातों को आवाजों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की सौगात तलाश दिलाती है अंदाजों को बदलावों की कहानी सोच सुनाती है तरानों को उम्मीदों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की आवाज जज्बात दिलाती है अल्फाजों को लम्हों की पहचान एहसास सुनाती है आशाओं को सपनों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की पुकार पहचान दिलाती है जज्बातों को तरानों की आहट तराना सुनाती है उजालों को बदलावों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की उमंग अफसाना दिलाती है आशाओं को दास्तानों की समझ अदा सुनाती है एहसासों को खयालों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की उम्मीद लहर दिलाती है अफसानों को अंदाजों की परख कोशिश सुनाती है अफसानों को कदमों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की रोशनी परख दिलाती है किनारों को सपनों की सुबह किनारा सुनाती है एहसासों को इशारों संग अरमान दिलाती है।

नजारों को दिशाओं की सोच सरगम दिलाती है लहरों को सपनों की समझ अल्फाज सुनाती है खयालों को इरादों संग अरमान दिलाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...