Monday 20 November 2023

कविता. ४९९६. तरानों को अफसाने अक्सर।

                           तरानों को अफसाने अक्सर।

तरानों को अफसाने अक्सर लम्हों संग सरगम सुनाते है लहरों को इशारों की पहचान तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर जज्बातों संग मुस्कान दिलाते है आशाओं को बदलावों की सौगात खयाल दिलाती है किनारों को सपनों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर उजालों संग रोशनी दे जाते है कदमों को उजालों की समझ उम्मीद दिलाती है इशारों को अंदाजों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर बदलावों संग एहसास सुनाते है किनारों को सपनों की सुबह आस दिलाती है लहरों को नजारों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर राहों संग अहमियत दे जाते है कदमों को अदाओं की पुकार अरमान दिलाती है दिशाओं को अल्फाजों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर दास्तानों संग आवाज दिलाते है बदलावों को लम्हों की सरगम परख दिलाती है नजारों को इरादों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर लहरों संग मुस्कान सुनाते है अरमानों को दिशाओं की कोशिश सौगात दिलाती है सपनों को अंदाजों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर कदमों संग कोशिश दे जाते है जज्बातों को कदमों की सोच खयाल दिलाती है आवाजों को बदलावों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर नजारों संग आहट दिलाते है इशारों को दास्तानों की समझ एहसास दिलाती है लम्हों को अरमानों की कहानी सुनाती है।

तरानों को अफसाने अक्सर कदमों संग समझ सुनाते है किनारों को सपनों की उमंग अहमियत दिलाती है दास्तानों को आशाओं की कहानी सुनाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...