Thursday 11 May 2017

कविता. १४०४. हर बार लहरों के साथ।

                                       हर बार लहरों के साथ।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई रंगों कि आस अलगसी होती है जो हर लम्हा पानी के एहसासों को समझाती है वह हर किस्से के संग शीतलता कि कहानी सुनाती है जो जीवन मे कई एहसासों को सुंदरता दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए अलगसी होती है जो हर मौके से पानी के आवाजों का गीत समझाती है वह हर इशारे के संग कोई किनारे कि आवाज मिलती है जो जीवन मे कई किनारे दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई इशारों कि समझ अलगसी होती है जो हर बार मन से टकराकर दुनिया को बदल देती है नयी रोशनी मिलती है वह हर किनारे कि पुकार को उम्मीदे हर पल दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई आवाजों कि परख अलगसी होती है जो हर बार एहसासों मे नयी खुशियाँ हर मौके मे समझती है अक्सर दुनिया मे मिलती है वह हर रोशनी कि उम्मीदे हर किनारे से उजाला दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई दिशाओं कि पुकार अलगसी होती है जो हर बार उजाले मे नई तलाश हर पल देती है जो नयी बाते समझने मे मिलती है वह आधी बात मे भी अलगसी रोशनी दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई किनारों कि आवाज अलगसी होती है जो हर बार कहानियों कि दास्तान हर बदलाव के साथ उम्मीदे मिलती है वह कई इशारों मे भी अलगसी कहानी दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई इरादों कि रोशनी अलगसी पुकार होती है जो हर बार जीवन मे मतलब कि हर धारा के साथ शीतलता कि उम्मीदे मिलती है वह कई एहसासों मे भी अलगसी उम्मीद दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई किनारों कि दिशाए बदलकर शुरुआत होती है जो हर बार जीवन मे पानी के संग जीवन कि किसी कहानी को जोडकर मिलती है वह कई किस्सों मे भी अलगसी उम्मीद दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई एहसासों कि राहों को बदलकर आवाज अलगसी होती है जो हर धारा मे कुछ कहने कि किसी कहानी को जरुरत देती है जो दिशाओं मे मिलती है वह हर अंदाज को अलगसी पुकार दिलाती है।
हर बार लहरों के साथ जीवन मे कई शीतल बूँदों कि कहानी अक्सर होती है जो हर पानी के एहसास मे कुछ अलग दुनिया हर लम्हे देती है जो जीवन मे किनारों के साथ मिलती है वह हर इशारे को अलगसी सुबह दिलाती है।

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