Sunday 28 May 2017

कविता. १४३९. किसी खयाल उलझकर।

                                           किसी खयाल उलझकर।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी रुकसी जाती है जो जीवन मे उन खयालों को रोशनी कि आवाज दिलाती है जाने क्यूँ उस खयाल मे साँसे कुछ इस कदर रुक जाती है वह हर बार किसी किनारे को बदलाव कि कहानी बताती जाती है वह हर सोच को बदलाव कि पुकार हर मौके पर मौसम को बदलाव दिखाकर हर मोड के संग आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी एहसास देकर जाती है जो जीवन मे उन उजालों को किनारों कि दास्तान अलग पुकार दिलाती है उस खयाल को कई तरीकों के साथ अलग सौगात मिलती है वह हर मौके को कई किनारों मे बदलाव कि कहानी को अल्फाज कि दास्तान हर मोड पर किनारे देकर अक्सर हर पल आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नये रंगों कि पुकार देकर जाती है जो जीवन मे उन एहसासों को मकसद दिलाती है जिनमे उस खयाल कि आँधी रुक जाती है जो जीवन मे हर बार उस खयाल के अंदर कोई अलग सुबह देती है वह हर मौके को अलग एहसास देती है जो हर किस्से के संग किसी खयाल कि छाप को लेकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नयी परख कि जरुरत देकर जाती है जो जीवन मे कई अंदाजों के साथ एहसास कि आवाज हर मोड को पहचान देकर जाती है किसी खयाल मे अलगसी ताकत हर पल जिन्दा होती है जो जीवन मे हर किस्से को अलग किनारे कि प्यास देती है जो एक दबी आवाज को किनारे देकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नयी राह कि उम्मीद देकर जाती है जो जीवन मे कई हवाओं के साथ बदलते नजारों को अल्फाज देती है जो जीवन मे हर खयाल को जीवन कि दास्तान सुनाकर सुबह देती है जो कई किस्सों मे जीवन कि आवाज को पहचान देती है जो जीवन को एक खयाल के सोच मे बाँधकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नयी पुकार कि सोच देकर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों के साथ बदलते नजारों को बस एक खयाल मे आजमाती है जो एक खयाल के अंदर कई कहानियों को अलग पुकार देती है जो कई लम्हों कि जरुरी एहसास देती है जो जीवन को एक सोच  समझकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नयी कहानी कि परख देकर जाती है जो जीवन मे कई दिशाओं को सोच कि उम्मीदे देती है जो हर एहसास को परख लेने कि जरुरत जीवन को हर मौके के संग कोई कहानी को मकसद दिलाती है जो हर बार किसी खयाल मे कुछ अलग मतलब कि कहानी देकर हर पल मे आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी नयी सुबह कि उमंग हर मौके पर राह दिखाती है जो जीवन मे कई किनारों को लहरों के संग कई रंगों के एहसासों को सतरंगी सपने हर पल के साथ साथ देता है जो जीवन मे कई किस्सों को जज्बात दिलाती है क्योंकि उस सोच के भीतर ही खयालों कि दुनिया अलग जज्बात देकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी उन्ही खयालों कि आवाज बनती है जिनकी अलग दुनिया हर बार हर दिशा मे सूरजसी रोशनी दिखाती है वह हर किस्से को कई किनारों से कदमों के एहसासों का विश्वास दिलाती है जिसे जीवन रोशनी हर पल देता है जो अक्सर हर एक मोड को ताकत कि नयी राह देकर आगे जाती है।
किसी खयाल मे उलझकर जिन्दगी जन्नत पाती है उस खयाल कि रोशनी को अलग अंदाजों कि जरुरत हर पल के साथ होती है जो जीवन मे कई एहसासों को बस एक सोच से जोडकर आगे चलकर उम्मीद दिलाती है हर खयाल को एक समझ के साथ जोडकर उसके साथ ही रहने कि सोच कभी जीवन को उम्मीद देकर आगे जाती है। 

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