Thursday, 17 March 2016

कविता ५६४. राह जिसमे हर सोच रहती है

                                              राह जिसमे हर सोच रहती है
जीवन कि हर राह सीधी नही होती है कभी उलझन देकर जाती है कभी कभी अलग सुबह देकर आगे लेकर जाती है
जीवन कि राहों को कई बातों को समझ लेने कि जरुरत हर मोड पर अक्सर होती है उस मोड पर ही तो हमारी दुनिया जिन्दा रहती है
जीवन मे अलग अलग मतलब कि कहानी बनती है जो हमे कई दिशाओं मे लेकर आगे बढती है वह राह मायने रखती है
जीवन मे नई दिशा दिखाती है जो जीवन कि ताकद बनकर आगे चलती जाती है उस राह पर ही तो कई दिशाओं कि सोच मिलती है
कोई राह तो ऐसी होती है जिसमे जीवन के हर किनारे का रंग मिल जाता है जो जीवन मे खुशियाँ पाता है आगे लेकर जाता है
वही राह सबसे बडी होती है जो हर किनारे हर मोड को अपने साथ ले चले उसकी ही तो हमे हर मोड पर जरुरत होती है
जो हमे रोशनी देकर जाती है वह राह होती है जो सबकी बात हमे समझा लेती है हमे आगे लेकर उम्मीदे देकर हर बार जाती है
राह पर अलग सोच जीवन को मतलब तो अलग अक्सर देकर आगे ले जाती है पर जीवन मे एक सोच रखनी होती है
जो हमे कहती है कि जो हर सोच को समझ ले उसी सोच मे अक्सर जीवन कि नई दुनिया जिन्दा रहती है जो साँसे देकर जाती है
आखिर जो सोच हर किनारे पर ले जाती हो उसमे ही हमारी दुनिया जिन्दा रहती है तो उस राह को चुनो जिसमे हर सोच रहती है

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४६८. उम्मीद की राह अक्सर।

                           उम्मीद की राह अक्सर। उम्मीद की राह अक्सर आवाजों की धून दिलाती है कदमों को अल्फाजों की कोशिश दास्तान सुनाती है एहस...