Friday 4 March 2016

कविता ५३९. खुशियाँ भरी यादे

                                                                खुशियाँ भरी यादे
राह पर चलते चलते ही जीवन मे मजा आता है जिसे चलने कि सोच से ही जीवन एहसास नया दे जाता है आगे ले जाता है
राह पर जो रो कर चलता हो वह जीवन को कहाँ समझ पाता है जो हस कर जीवन मे चलता है उसे ही तो जीवन हर पल भाता है हर लम्हा रोशनी दे जाता है
जीवन मे हँसी से ज्यादा आँसूओं का आना जाना जब होता है उस पल हमे ही तो जीवन को हँसी कि पटरी पर मोडना पडता है
दुनिया कि गाडी कई रंग दिखाती है उन रंगों मे से हमे ही तो खुशियों का रंग हर बार चुनना पडता है जो जीवन पर असर कर जाता है
जीवन मे कई बाते तो होती है पर हमे ही तो उन बातों को कभी कभी फुरसत मे समजना पडता है उन्हे परख कर आगे जाना पडता है
चलना तो जीवन कि फिदरत होती है उन यादों से हमे सिर्फ खुबसूरत लम्हों को चुनना पडता है उनसे हमारे जीवन को कई बातों को सीखना पडता है
हर लम्हा जीवन कि रोशनी बन कर चलता है जब मुस्कान को हर बार जीवन मे हमे चुनना पडता है समझ लेना पडता है
जो आँसूओं से भरी यादों को जिन्दा रखता है उस इन्सान के जीवन का हर लम्हा उसे नई सुबह दे जाता है आगे ले जाता है
राहों को समझ लेना जरुरी होता है जिन्हे परख कर जीवन आगे बढता है उनमे हमे अपनी खुशियों को याद कर के समझ लेना पडता है
खुशियों को याद रखना जीवन को खुशियों कि कहानी देता है जीवन एक अनमोल फूल है जो खुशियों कि यादों से ही हर बार खिलता है

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