Thursday 12 October 2023

कविता. ४९५७. उजालों से आशाओं की मुस्कान।

                           उजालों से आशाओं की मुस्कान।

उजालों से आशाओं की मुस्कान कोशिश दिलाती है तरानों को अरमानों की समझ तलाश सुनाती है आवाजों को राहों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान अरमान दिलाती है नजारों को खयालों की सोच अफसाना सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान अल्फाज दिलाती है लहरों को सपनों की आस बदलाव सुनाती है अदाओं को उम्मीदों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान सरगम दिलाती है लम्हों को कदमों की सौगात दास्तान सुनाती है किनारों को अंदाजों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान इरादा दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की तलाश पुकार सुनाती है अफसानों को सपनों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान सौगात दिलाती है दास्तानों को दिशाओं की अदा आहट सुनाती है अरमानों को कदमों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान उमंग दिलाती है इशारों को लम्हों की कोशिश सहारा सुनाती है नजारों को खयालों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान किनारा दिलाती है जज्बातों को दास्तानों की परख सरगम सुनाती है लम्हों को अल्फाजों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान सपना दिलाती है बदलावों को तरानों की पुकार अफसाना सुनाती है इरादों को उम्मीदों की पहचान देती है।

उजालों से आशाओं की मुस्कान तलाश दिलाती है किनारों को जज्बातों की सुबह अरमान सुनाती है दास्तानों को एहसासों की पहचान देती है।

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