Saturday, 7 October 2023

कविता. ४९५२. दिशाओं को कदमों की आहट।

                        दिशाओं को कदमों की आहट।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर अफसानों की सुबह दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान तलाश दिलाती है अदाओं की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर अंदाजों की आस दिलाती है नजारों को लहरों की कोशिश सुबह दिलाती है राहों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर सपनों की कोशिश दिलाती है उजालों को बदलावों की आस तराना दिलाती है अंदाजों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर आशाओं की रोशनी दिलाती है जज्बातों को अल्फाजों की उमंग अरमान दिलाती है इशारों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर नजारों की सोच दिलाती है एहसासों को उम्मीदों की कहानी अहमियत दिलाती है बदलावों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर दास्तानों की परख दिलाती है लहरों को दास्तानों की सोच अरमान दिलाती है अल्फाजों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर अंदाजों की सौगात दिलाती है आवाजों को अदाओं की पुकार बदलाव दिलाती है सपनों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर उम्मीदों की तलाश दिलाती है किनारों को एहसासों की कहानी सरगम दिलाती है तरानों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर जज्बातों की आस दिलाती है अरमानों को आशाओं की आहट अल्फाज दिलाती है नजारों की समझ सुनाती है।

दिशाओं को कदमों की आहट अक्सर उजालों की रोशनी दिलाती है लम्हों को किनारों की कोशिश सौगात दिलाती है इरादों की समझ सुनाती है।

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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...