Monday 9 October 2023

कविता.४९५४. सपनों को एहसासों की।

                                सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की कहानी सरगम सुनाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश अफसाना देकर जाती है किनारों को अंदाजों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आहट अरमान सुनाती है उजालों को बदलावों की मुस्कान रोशनी देकर जाती है आशाओं को अदाओं की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सुबह अहमियत सुनाती है जज्बातों को राहों की कहानी पहचान देकर जाती है कदमों को उम्मीदों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की कोशिश तलाश सुनाती है इशारों को लम्हों की आहट खयाल देकर जाती है बदलावों को लहरों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आस अल्फाज सुनाती है अरमानों को नजारों की आवाज पुकार देकर जाती है अंदाजों को इरादों की  सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की उमंग तराना सुनाती है दास्तानों को आशाओं की रोशनी नजारा देकर जाती है खयालों को जज्बातों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की समझ इरादा सुनाती है कदमों को बदलावों की मुस्कान सहारा देकर जाती है दास्तानों को एहसासों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की सौगात आहट सुनाती है उम्मीदों को किनारों की पुकार सुबह देकर जाती है जज्बातों को अदाओं की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी नजारा सुनाती है खयालों को अंदाजों की परख सुबह देकर जाती है उजालों को इशारों की सोच दिलाती है।

सपनों को एहसासों की आवाज सुबह सुनाती है दिशाओं को कदमों की कहानी पहचान देकर जाती है आवाजों को अदाओं की सोच दिलाती है।

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