Saturday 28 October 2023

कविता. ४९७३. उजालों संग बदलावों की।

                             उजालों संग बदलावों की।

उजालों संग बदलावों की सोच लहर जगाती है कदमों को जज्बातों से एहसासों संग अरमान दिलाती है सपनों से आशाओं की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की मुस्कान कोशिश जगाती है राहों को अंदाजों से अल्फाजों संग पहचान दिलाती है लहरों से किनारों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की उमंग खयाल जगाती है नजारों को दिशाओं से तरानों संग सरगम दिलाती है दास्तानों से अंदाजों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की तलाश सहारा जगाती है एहसासों को अदाओं से आवाजों संग पुकार दिलाती है लम्हों से इशारों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की आस समझ जगाती है अफसानों को राहों से धाराओं संग दास्तान दिलाती है खयालों से उम्मीदों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की सुबह पहचान जगाती है तरानों को लहरों से आशाओं संग आहट दिलाती है अरमानों से कदमों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की अदा किनारा जगाती है दिशाओं को अंदाजों से नजारों संग लहर दिलाती है आवाजों से खयालों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की सरगम आवाज जगाती है लम्हों को सपनों से दास्तानों संग कोशिश दिलाती है अल्फाजों से आशाओं की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की सौगात तलाश जगाती है आशाओं को अफसानों से आवाजों संग पुकार दिलाती है जज्बातों से दास्तानों की रोशनी दिलाती है।

उजालों संग बदलावों की उम्मीद अल्फाज जगाती है राहों को अरमानों से इशारों संग अहमियत दिलाती है अदाओं से अल्फाजों की रोशनी दिलाती है।

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