Monday 23 October 2023

कविता. ४९६८. सपनों को एहसासों की।

                           सपनों को एहसासों की।

सपनों को एहसासों की कहानी संग लहर दिलाती है अदाओं की पुकार अक्सर आशाओं को बदलावों संग तलाश दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की कोशिश संग खयाल दिलाती है राहों की सौगात अक्सर लहरों को इशारों संग अरमान दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की उम्मीद संग दास्तान दिलाती है कदमों की सुबह अक्सर अफसानों को दिशाओं संग तराना दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की रोशनी संग उमंग दिलाती है अरमानों की अहमियत अक्सर जज्बातों को राहों संग पहचान दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की पुकार संग अफसाना दिलाती है इशारों की आहट अक्सर बदलावों को नजारों संग आवाज दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की परख संग सरगम दिलाती है जज्बातों की तलाश अक्सर इरादों को उम्मीदों संग खयाल दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की आस संग कोशिश दिलाती है किनारों की अदा अक्सर लम्हों को जज्बातों संग अहमियत दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की तलाश संग राह दिलाती है खयालों की आहट अक्सर अरमानों को दिशाओं संग रोशनी दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की लहर संग मुस्कान दिलाती है इशारों की समझ अक्सर अंदाजों को उजालों संग दास्तान दिलाकर जाती है।

सपनों को एहसासों की अल्फाज संग नजारा दिलाती है इरादों की सोच अक्सर लहरों को आवाजों संग उमंग दिलाकर जाती है।


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