Sunday 8 October 2023

कविता. ४९५३. उजालों संग बदलावों की।

                              उजालों संग बदलावों की।

उजालों संग बदलावों की मुस्कान कोशिश दिलाती है दास्तानों से अरमानों की समझ सुबह दिलाती है कदमों को अदाओं की परख अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की आस खयाल दिलाती है तरानों से आशाओं की रोशनी सौगात दिलाती है इशारों को लम्हों की सोच अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की अंदाज किनारा दिलाती है नजारों से आवाजों की धून अहमियत दिलाती है उम्मीदों को दिशाओं की कहानी अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की सोच पहचान दिलाती है इरादों से एहसासों की आहट समझ दिलाती है लहरों को आशाओं की रोशनी अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की समझ परख दिलाती है कदमों से धाराओं की पुकार सहारा दिलाती है सपनों को आवाजों की धून अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की सौगात तलाश दिलाती है अंदाजों से दिशाओं की कहानी उमंग दिलाती है इरादों को जज्बातों की राह अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की अदा पुकार दिलाती है लहरों से किनारों की सोच सरगम दिलाती है खयालों को तरानों की पुकार अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की पुकार खयाल दिलाती है आशाओं से अरमानों की आहट सौगात दिलाती है कदमों को अदाओं की मुस्कान अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की राह इशारा दिलाती है तरानों से नजारों की रोशनी समझ दिलाती है किनारों को सपनों की सोच अफसाना सुनाती है।

उजालों संग बदलावों की परख नजारा दिलाती है इरादों से एहसासों की आहट पहचान दिलाती है उम्मीदों को राहों की समझ अफसाना सुनाती है।

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