Monday 19 October 2015

कविता २६५. जीवन के अंदर कि कहानी

                                   जीवन के अंदर की कहानी
कहानी के अंदर अंदाज़ नया होता है हर बात के मतलब का अलग असर होता है उसे परखे तो जीवन का अंदाज़ अलग दिखता है वह जीवन के कहानी मे एहसास नया देता है
कहानी के भीतर सोच अलग होती है जीवन के अंदर हर बार अंदाज़ अलग होता है जिसके अंदर से जीवन कि चाहत का एहसास शुरू होता है जो जीवन को हर पल ख़ुशियाँ दे जाता है
कहानी के हर किरदार कि तरह ही जीवन बदलता रहता है जीवन के कहानी मे सोच नई होती है जिसके अंदर अलग एहसास हर पल होता है कहानी मे अलग सोच एहसास तो होता है
जो जीवन को परख लेते है तो जीवन के कहानी मे अलग रंग आता है जीवन कि कहानी को समज लेना हर बार भाता है क्योंकि हर मोड़ पे उसमें मज़ा बहोत आता है
जीवन के हर बात का वह मतलब जो मन को भाता है उसे समज लेते है तो जीवन मे अलग एहसास आता है किरदार जो कहानी बनाता है वह जीवन पर कुछ तो असर कर जाता है
कहानी तो किरदारों से हर बार बनती है उस कहानी का मतलब जीवन को आगे लगातार ले जाता है जीवन तो हर मोड़ पर कहानियों से भरा होता है
जीवन के उस कहानी का एहसास जीवन पर असर लगातार कर जाता है क्योंकि जीवन कहानी से नहीं कहानी जीवन से बनती जिसका जीवन से जुडाव होता है
कहानियों का मतलब जीवन मे लगातार होता है क्योंकि किसी क़िस्से से कहानी बनती है उसका असर जीवन पर हर बार होता है जिसे समज लेना ज़रूरी होता है
कहानी पे कुछ तो असर हर बार होता है जिसे समज लेना ज़रूरी होता है क्योंकि कहानी की जीवन मे जो शुरुआत होती है उसे कई बार दोहरा लेती है
जीवन के अंदर कई कहानियाँ होती है कभी नई बनती है तो कभी पुरानी दोहराई जाती है जीवन मे हर बार जिन्दा जीवन कि नई तरह कि कहानी बनती है

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