Sunday, 4 October 2015

कविता २३५. भगवान का तोहफा

                                                             भगवान का तोहफा
हर बार जीवन में कोई बात जो समजे उस बातको हमें जीवन की नई दिशा सी दिखती है हर बार जो हम जीवन का राज जो समजे
हर बार मजा आता है उसे जीने में भगवान को जो हम सोच समज जाते है जीवन के अंदर हर बार सोच मन पर असर कर है जाते
 जो जीवन के अंदर अलग असर जो मन को छूता है हर नई दिशा जो जीवन के अंदर उम्मीद होती है सही सोच उम्मीद है देती
भगवान से नई उम्मीदें है देती जीवन में जो अलग किसम की सोच है रखती भगवान जो जीवन देते है जीवन के अंदर ही शुरुआत है देते
जीवन हर बार आगे बढ़ जाता है जीवन की अलग तरह ही शुरुआत आती है जब हम उस तोहफे की किंमत समजते है तभी जीवन को पेहचान है देते
जीवन के अंदर नई सोच है रहती जीवन के अंदर अलग सोच हमेशा उम्मीद से देखने से बनती जीवन के अलग रंग जिन्दगी है देते
जीवन के हर कदम पर खुशियाँ है मिलती जीवन में हर बार उम्मीदें हमेशा जीवन के अंदर अलग सोच है जो हमें हर बार उम्मीदें है देती
जब जब जीवन का तोहफा हमेशा असर है करता जीवन के हर मोड़ पर अलग तरह की सोच जीवन पर जरूर असर है होता
पर सबसे जरूर है जीवन को सही तरीके से समजना जरुरी होता है जीवन को सही तरीके से समज लेना अहम है हमेशा होता
जीवन को परखे तो जीवन सही असर देता है पर उसे समज लेना मुश्किल है होता जीवन के अंदर प्यारा एहसास तभी है आता जब जीवन को हम भगवान का तोहफा है होता 

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