Monday 5 October 2015

कविता २३७. हर रस का एहसास

                                                                हर रस का एहसास
जीवन के हर रस में कुछ तो एहसास छुपा होता है हम कुछ रसों का एहसास हर बार हम पर असर कर जाता है पर हर रस जीवन को मतलब देता है
हर किसम का रस जीवन पर असर कर जाता है हर रस जो भी ताकद रखता है जीवन में हर रस जो जीवन को अलग तरह का मोड़ देता है
हर रस के अलग अलग तरह के गुणों से अलग ही असर होता है जीवन को जब हम समजे उसमें अलग किसम की ताकद के लीए जीवन में हर रस जरुरी होता है
तरह तरह के रस जो जीवन पर हर बार असर करते है वह जीवन को अलग तरह का मतलब दे जाते है रस तो वह चीज़ होते है
जिनमें कुछ भाते है कुछ मन को चोट दे जाते है जीवन में हर रस में ही तो जीवन का कुछ मतलब बनता है जीवन का हर रस कुछ तो असर कर जाता है
हर रस के अंदर कुछ तो असर होता है जो जीवन को परखना जरुरी बनता है रस के अंदर अलग एहसास जीवन पर हर बार होता है
अलग रस जो जीवन को कुछ तो असर कर जाता है पर हर बार जीवन रसों से ही बनता है जीवन का कोई रस प्यारा और कोई दुःख देनेवाला होता है
पर हर रस को परख लेना जीवन पर असर जरूर करता है जीवन के अंदर अलग तरह का रस जीवन को अलग मोड़ पर ले जाता है
हर रस जो जीवन को जिन्दा रखता है वह रस अंदर अलग की सोच हर बार रख जाता है कुछ रस खुशियाँ देते है कुछ रस हमें गम दे जाते है
रस के अंदर अलग ही जीवन का एहसास होता है रस जो जीवन को खुशियाँ देता है वह एहसास हमे मेहसूस होता है रस ही हर बार जरुरी होता है
रस में अलग तरह का एहसास जो जीवन को सही और गलत दिशा का असर हर बार होता है पर चाहे कितना भी गलत लगे हर रस सही होता है 

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