Tuesday 20 October 2015

कविता २६६. आँसुओं से उम्मीदें

                                      आँसुओं से उम्मीदें
आँसू का आना जाना तो जीवन मे लगा रहता है उनसे क्या कतराना बच्चा तो जन्म लेते ही रोता है जीवन को समज लेना जीवन का हर बार हिस्सा होता है
जीवन तो हर पल रंग नया लाता है आँसू को समज ले तो जीवन का नया किस्सा बदल जाता है क्यूँ कि कभी कभी दोस्त आँसू के साथ में जीवन मे आ जाते है
जो जीवन को हर बार परखते जाते है आँसू के साथ कई चीज़ें समज ले जाते है जो दुःख जीवन का हिस्सा बनते है वह भी कभी कभी जीवन मे उम्मीदें दे कर जाते है
आँसू संग हमारे जीवन में हर बार नहीं आते काटे है कभी वह ख़ुशियाँ और उम्मीदें भी जीवन में भर जाते है हर पल जो हम जीवन को समजे जीवन में ख़ुशियाँ लाते है
हँसी के संग आँसू मे भी दिखते है अलग तरह के किनारे है आँसू तो जीवन को हर पल देते कुछ कदम जो बनते है हमारे सहारे है आँसू में समज लेते हम कई किनारे है
आँसू का अलग मतलब बन जाता है जब आँसू देता जीवन में सहारे है आँसू में दिखते है कई तरह के सहारे है जब जब आँसू आँखों में झलक जाते है तभी बनते किनारे है
जीवन के हर मोड़ पर बनते है नये सहारे आँसू जो दुःख दिखाते है वह तो कुछ असर हर बार जीवन में कर जाते है आँसू ही ख़ुशियों का आधार बन जाते है
हर बार आँसू दुःख नहीं देते कभी कभी वह ख़ुशियों कि उम्मीद बन जाते है तभी तो आँसू कभी कभी ख़ुशियों में भी आँखों में भर आते है इसीलिए तो आँसू से न डरना वह तो आते जाते है
जीवन में दूर ना उम्मीदी को वहीं तो दुःख कि बजह बनती है आँसू तो अक्सर आते जाते है पर ना उम्मीद के बादल बिन बारिश का अंधियारा लाते है
हर पल को उम्मीद से देखो हर मुसीबत टल जाती है जीवन में हर राह में उम्मीद लाती है दुनिया तो वह चीज़ उम्मीदें लाती है आँसू से ना डरना क्योंकि उनसे भी उम्मीदें आती है 

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