Friday 16 September 2016

कविता. ९३१. हर फूल के पंखडी मे।

                                                      हर फूल के पंखडी मे।
हर फूल के पंखडी मे हर बार रंग अलगसा देकर जाती है जो जीवन को अलग खुशबू और रंग देकर जाते है जो फूलों को मकसद कई तरह के मिलते जाते है जो फूलों को कई तरह के मकसद देकर आगे बढते जाते है एहसास अलगसा दे जाते है।
हर फूल के पंखडी मे अलग खुबसूरती नजर आती है जो जीवन मे फूलों को कई तरह के एहसास अलग मिलते रहते है जो पंखडीओं के अंदर एक अलग पुकार रहती है जो जीवन को अलग तरह कि समझ और प्यास देकर आगे बढती चली जाती है।
हर फूल के पंखडी मे हर बार अलग समझ जिन्दा होती है जो पंखडीओं मे ही हर पल जिन्दा रहती है क्योंकि पंखडीयाँ ही तो जीवन को एहसास अलगसा देकर आगे बढती चली जाती है क्योंकि मुलायम पंखडीओं मे ही तो दुनिया हर बार जिन्दा रह जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन को समझे कुछ अलग तरह कि दिशाए देकर वह अक्सर आगे चलती रहती है क्योंकि पंखडीओं मे ही तो हमारी दुनिया जिन्दा हर बार रहती है जो जीवन को साँसों कि सौगाद अलग देकर जाती है जो जीवन को अलग पुकार दे जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन कि सौगाद होती है जो जीवन को अलग सौगाद देकर हर मौके मे साँसे देकर चलती है जो जीवन कि प्यास बदलकर आगे बढती जाती है जो हर पंखडी मे एक पंक्ती लिखती जाती है जो जीवन को अलग तरह का एहसास दे जाती है।
हर फूल के पंखडी मे कहानी अलगसा मतलब देकर जाती है पंखडी के एहसास मे ही खुशियाँ छुपी होती है जो पंखडीओं मे ही तो जीवन कि अलग कहानी कहती जाती है जो जीवन को अलग किसम का एहसास देकर आगे बढती चली जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन कि ताकद कुछ अलग तरह कि रहती है जो पंखडीओं मे ही तो जीवन कि सोच अलगसी रहती है जो जीवन को साँसे और मकसद हर बार देकर चलती है क्योंकि पंखडीओं मे ही तो जीवन कि साँसे छुपी अक्सर रह जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन को अलग तरह कि समझ मिलती जाती है जो पंखडीओं को एहसास अलगसा देकर आगे बढती रहती है क्योंकि पंखडीओं को समझ रंगों कि हर बार रहती है जो जीवन को फूलों के साथ अलग एहसास देकर आगे चली जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन को कई रंग मिलते जाते है जो पंखडीओं को आगे लेकर चलती जाती है जो फूलों मे अलग किसम का एहसास दे जाती है जो पंखडीओं को कोई अलगसा मकसद देकर आगे चलती है जो ताकद देकर आगे चली जाती है।
हर फूल के पंखडी मे जीवन को कहानी हर बार अलग तरह कि रहती है जो जीवन को रोशनी और एहसास अलगसा देकर चलती है जो पंखडीओं को मुलायम एहसास देकर चलती जाती है पंखडी मे ही तो जीवन के एहसास अलग तरह के देकर जाती है।

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