Friday 16 September 2016

कविता. ९३०. हर लहर के साथ कुछ सोच।

                                        हर लहर के साथ कुछ सोच।
हर लहर के साथ कुछ सोच तो जिन्दा रहती है जो लहरों कि कहानी हर मोड पर अलग एहसास देकर आगे बढती है वह कहानी लहरों के साथ ही अक्सर जिन्दा रहती है जो जीवन को लहरों मे समझ लेने कि जरुरत हर मौके पर रहती है।
हर लहर के साथ कुछ अलग तरह कि बाते आगे लेकर चलती है जो लहरों को अलग तरह का बदलाव देकर आगे बढती है लहरों को समझ लेने कि जरुरत जीवन को कई किनारों से लेकर आगे चलती है जो जीवन मे अक्सर आगे बढती रहती है।
हर लहर के साथ कुछ कहानी ऐसी बनती है जो जीवन कि दिशाए बदलती जाती है जो हर बार लहरों को समझकर अलग तरह कि प्यास जिन्दा रहती है जो जीवन को बदलाव देकर आगे बढती है जो जीवन को हर कदम पर आगे लेकर बढती रहती है।
हर लहर के साथ कुछ दिशाए को परख लेने कि जरुरत होती है जो कभी कभी लहरों कि कहानी बदलकर लेकर चलती है उनके सहारे ही तो दुनिया कई कहानियाँ कहती है जो जीवन के हर पंक्ती को एक लहर पर लिखती जाती है जो आगे बढती रहती है।
हर लहर के साथ कुछ बाते जो अलग बताती है जो जीवन कि कहानी को एहसास और मकसद अलग देकर जाती है जो लहरों को अलग किसम का बदलाव देकर जाती है लहरों को समझकर ही तो जीवन का एहसास बदलता है जिसकी चाहत आगे बढती रहती है।
हर लहर के साथ कुछ दिशाए बदलकर आगे चलते जाने कि हमे आदतसी पडती है पर कभी कभी लहरों को बदलकर अपने मर्जी से भी हमारी दुनिया चलती है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर पल रहती है जो जीवन को नई उम्मीदे देकर बढती रहती है।
हर लहर के साथ कुछ बाते हमे अक्सर सिखने को मिलती है जो हमारे जीवन का एहसास बदलकर हर बार आगे लेकर चलती है उस एहसास को हर पल समझकर दुनिया मे आगे बढते जाने कि जरुरत रहती है जो जीवन को अलग एहसास देकर बढती रहती है।
हर लहर के साथ दुनिया कुछ ना कुछ तो कहती रहती है पर हर लहर के साथ उसे समझ लेने कि फुरसत हमे कहाँ रहती है जो हमे आगे लेकर जाती है वह दिशाए परख लेने कि जरुरत जीवन को हर पल आगे लेकर चलती है जो एहसासों को लेकर बढती रहती है।
हर लहर के साथ दुनिया की उम्मीदे हर बार आगे चलती है जो जीवन को अलग पहचान देती है जो जीवन कि कहानी को नये नये किस्सों मे कहती रहती है पर हर लहर के साथ दुनिया आगे नही बढती है क्योंकि कुछ लहरों को अनदेखा करने कि जरुरत बढती रहती है।
हर लहर के साथ दुनिया कई किस्सों मे जिन्दा रहती है जिसे समझ लेने कि अहमियत हर राह पर रहती है जो लहरों को अलग किसम कि समझ देकर चलती है हमे लहरों को समझकर परखकर हर पल आगे चलने कि आदत रहती है जो जीवन को उम्मीदे देकर बढती रहती है।

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