Tuesday 13 September 2016

कविता. ९२५. बहारों को समझकर।

                                       बहारों को समझकर।
बहारों को समझकर उनके अंदर का एहसास हवाओं मे हर बार हम समझ लेते है फूलों कि खुशबू को हर बार पहचान लेते है उसमे हर एक मौके का एहसास हम पाते है जीवन के मकसद को हर बार कुदरत के एहसास मे हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर का एहसास खुशबू से परखता है जो जीवन कि कहानी को कई किस्सों मे कहता है जो बहारों को समझले वह सोच हम कुदरत के कई हिस्सों मे हर बार जिन्दा करते है हम उसे हर पल जीवन मे समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके संग चलते रहने कि जरुरत दुनिया मे हर पल रहती है जो बहारे कहती है उनके अंदर सोच अलगसी जिन्दा रहती है जो जीवन को कई मौकों पर एहसास अलगसा देकर आगे बढती जाती है जिसे हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर संग ही तो सुंदरता का मतलब समझ आता है जो हर बार जीवन कि कहानी को कई एहसासों के साथ आगे लेकर चलता है हमे बहारों के अंदर कि वह प्यास समझ लेनी जरुरी होती है जो जीवन कि कहानियों मे हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके सहारे जीवन कि कहानी बनती है जो हमे कई हिस्सों मे अलग अलग तरह कि सोच आगे लेकर चलती है जो बहारों कि कहानी का एहसास बदलकर जाती है जो बहारों को कई खुशबूओं मे जिन्दा रखती है हम उसे समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर कि नई रफ्तार देकर दुनिया आगे बढती है बहारों को समझकर ही तो दुनिया कि कहानी हर बार हर पल मे आगे चलती है बहारों मे दुनिया कि ताकद कई हिस्सों मे रहती है जो जीवन को हम अक्सर समझाना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर कि सोच अलगसी रहती है जो जीवन को विश्वास देकर आगे बढती है बहारों को समझकर दुनिया हर बार साँसे देकर चलती है बहारों को समझ लेने कि जरुरत जीवन को हर रंग के अंदर अक्सर रहती है जो हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर कि कहानी अलग तरह कि रहती है जो बहारों को मतलब कई तरह के देकर चलती रहती है जो दुनिया को कई रंगों मे समझले वह राह हमारे लिए अहम रहती है जिसे समझ लेने कि जरुरत होती है जो हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर कि जरुरत हर पल रहती है जो जीवन को मकसद देकर आगे चलती है जीवन को अलग एहसास को समझ लेने कि जरुरत  हर मोड  पर रहती है जिसे समझ अलग होती है जो हम समझना चाहते है।
बहारों को समझकर उनके अंदर कि जरुरत हर बार रहती है जो जीवन को समझ लेना ही जरुरत हर मोड कि होती है बहारों को समझकर दुनिया हर बार अलग तरह का एहसास देकर आगे चलती है बहारों को परखकर ही तो दुनिया मे खुशियाँ आती है जो हम समझना चाहते है।

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