Wednesday 14 September 2016

कविता. ९२७. जीवन कि हर बात सीधी नही होती है।

                                 जीवन कि हर बात सीधी नही होती है।
जीवन कि हर बात सीधी नही होती है कई किस्सों से होकर वह आगे बढती जाती है जीवन कि बातों को कई बार समझ लेने कि जरुरत हर बार नजर आती है जीवन कि हर बात कई हिस्सों मे बार बार दोहराई जाती है जो रंग बदलकर जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान कहाँ बन पाती है वह कई तरह के मकसद देकर आगे चलती जाती है जीवन कि हर बात हमे आसान तो लगती है पर वह जीवन मे इतनी आसान नही होती है जो जीवन के एहसास बदलकर जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान कहाँ बन पाती है वह कई बार जीवन को अलग एहसास देकर आगे चलती जाती है जीवन कि बाते सीधे से बदलकर कई मौकों पर मुश्किल बनती हुई नजर आती है जिसे समझकर दुनिया बदलती जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान कहाँ बन पाती है वह कई बार आसान चीजों को बदलाव कि जरुरत हर बार रहती है जो जीवन को बदलाव देकर आगे बढती है जिसे समझ लेने कि उम्मीदे हर मोड पर खुशियाँ देकर आगे बढती जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान कहाँ रहती है क्योंकि हमे उलझन को अपने संग ले जाने कि जीवन मे हमे हर बार जरुरत लगती है जीवन को हर मोड पर कोई ना कोई अलगसी पहचान हर बार मिलती रहती है जो आगे लेकर जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान नही हो पाती है क्योंकि जीवन मे हर बार अलग कहानी छुपी रहती है जिसे समझ लेने कि जरुरत हर मोड पर जीवन को समझ आती है क्योंकि जीवन मे बाते सीधे से कहने मे ही तो उलझन नजर आती जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान कहाँ हो सकती है जब मुश्किल से ही हमे मोहबत रहती है जिसे समझकर आगे बढते जाने कि जरुरत जीवन मे हर बार होती है जो जीवन कि सीधी बातों को उलझन देकर आगे बढती जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान नही होती है क्योंकि जीवन मे एक प्यास हर पल रहती है जो जीवन को अलग एहसास देकर आगे चलती रहती है क्योंकि जीवन मे एक प्यास हर दम जिन्दा रहती है जिसे समझ लेने कि जरुरत हर पल नजर आ जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान बन तो जाती अगर हमने उसे आसान बनाकर जीने कि कोशिश कियी होती पर हमे जीवन को उलझन देकर आगे चलते जाने कि आदतसी पडती जाती है सीधी बातों से ज्यादा हमे उलझनों को समझ लेने कि जरुरत हो जाती है।
जीवन कि हर बात सीधी और आसान बन नही पाती है क्योंकि उसे बिना उलझाये हमारी दुनिया आगे नही बढ पाती है हमे आगे कुछ सिखने कि के लिए आगे बढते जाने कि जरुरत हर मोड पर अक्सर मेहसूस होती है जो हमे साँसे देकर आगे चलती जाती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की। सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों...