Wednesday, 17 August 2022

कविता. ४५३६. आशाओं से एहसासों कि।

                                    आशाओं से एहसासों कि।

आशाओं से एहसासों कि कहानी इशारा देती है तरानों को अंदाजों कि मुस्कान किनारा दिलाती है लम्हों को कदमों कि आहट इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि तलाश कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सौगात बदलाव दिलाती है दास्तानों को राहों कि रोशनी इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि सरगम आस देती है नजारों को अदाओं कि समझ कोशिश दिलाती है जज्बातों को दिशाओं कि उमंग इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि सौगात आवाज देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पहचान दिलाती है अंदाजों को जज्बातों कि लहर इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि कोशिश अरमान देती है कदमों को दास्तानों कि सोच नजारा दिलाती है सपनों को उजालों कि परख इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि रोशनी खयाल देती है किनारों को अरमानों कि तलाश अल्फाज दिलाती है दिशाओं को अदाओं कि सुबह इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि सोच सरगम देती है इरादों को किनारों कि पुकार पहचान दिलाती है राहों को अंदाजों कि मुस्कान इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि लहर आस देती है दिशाओं को तरानों कि परख अहमियत दिलाती है नजारों को अफसानों कि कहानी इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि सुबह तराना देती है लहरों को अफसानों कि सोच कोशिश दिलाती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात इरादा देती है।

आशाओं से एहसासों कि सरगम समझ देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून अरमान दिलाती है बदलावों को खयालों कि उम्मीद इरादा देती है।

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