Saturday 20 August 2022

कविता. ४५३९. एक सपने संग धारा।

                                         एक सपने संग धारा।

एक सपने संग धारा आशाओं कि लहर दिलाती है दास्तानों को नजारों कि तलाश सुनाता है कदमों कि सरगम अक्सर लम्हों कि दिशा देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि मुस्कान दिलाती है अंदाजों को खयालों कि उम्मीद सुनाता है उम्मीदों कि आस अक्सर उजालों कि अदा देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि कोशिश दिलाती है लहरों को अफसानों कि सौगात सुनाता है जज्बातों कि मुस्कान अक्सर राहों कि लहर देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि दास्तान दिलाती है किनारों को आवाजों कि धून सुनाता है खयालों कि उम्मीद अक्सर तरानों कि रोशनी देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि सौगात दिलाती है नजारों को एहसासों कि कहानी सुनाता है राहों कि अहमियत अक्सर किनारों कि सोच देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि जज्बात दिलाती है राहों को अरमानों कि सुबह सुनाता है कदमों कि सरगम अक्सर बदलावों कि उमंग देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि परख दिलाती है कदमों को दास्तानों कि सोच सुनाता है उम्मीदों कि सरगम अक्सर एहसासों कि कहानी देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि पुकार दिलाती है किनारों को अंदाजों कि आस सुनाता है आवाजों कि धून अक्सर खयालों कि सौगात देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि खयाल दिलाती है लहरों को अफसानों कि कोशिश सुनाता है नजारों कि सुबह अक्सर आवाजों कि तलाश देकर जाती है।

एक सपने संग धारा आशाओं कि पहचान दिलाती है उजालों को अल्फाजों कि आस सुनाता है किनारों कि सौगात अक्सर इशारों कि रोशनी देकर जाती है।




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