Monday 26 December 2022

कविता. ४६६७. सपनों कि तलाश अक्सर।

                            सपनों कि तलाश अक्सर।

सपनों कि तलाश अक्सर अरमानों कि कोशिश दिलाती है नजारों से सपनों कि लहर अल्फाज दिलाती है लम्हों को खयालों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर आशाओं कि सरगम दिलाती है कदमों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है किनारों को अंदाजों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर उम्मीदों कि सुबह दिलाती है अदाओं से दास्तानों कि परख रोशनी दिलाती है अफसानों को राहों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर दिशाओं कि समझ दिलाती है बदलावों से तरानों कि आस सरगम दिलाती है कदमों को आशाओं कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर आवाजों कि धून दिलाती है आशाओं से जज्बातों कि मुस्कान तलाश दिलाती है लहरों को लम्हों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर जज्बातों कि सोच दिलाती है तरानों से उम्मीदों कि सौगात आस दिलाती है अंदाजों को बदलावों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर एहसासों कि रोशनी दिलाती है लहरों से दिशाओं कि कहानी कोशिश दिलाती है आवाजों को अदाओं कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर दास्तानों कि आस दिलाती है उजालों से आशाओं कि सौगात किनारा दिलाती है जज्बातों को कदमों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर लहरों कि सुबह दिलाती है किनारों से आवाजों कि धून पहचान दिलाती है अरमानों को इशारों कि सोच सुनाती है।

सपनों कि तलाश अक्सर बदलावों कि पुकार दिलाती है कोशिश से लम्हों कि परख तराना दिलाती है दिशाओं को नजारों कि सोच सुनाती है।



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