Sunday 10 September 2023

कविता. ४९२५. सपनों की एक प्यास।

                                      सपनों की एक प्यास।

सपनों की एक प्यास कई किनारों तक ले जाती है किसी अनजानी उम्मीद की आस अक्सर राहों पर उमंग बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई आवाजों तक ले जाती है किसी अनजानी धून की सुबह अक्सर अरमानों पर तलाश बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई आशाओं तक ले जाती है किसी अनजानी रोशनी की पहचान अक्सर दास्तानों पर लहर बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई दिशाओं तक ले जाती है किसी अनजानी कहानी की आहट अक्सर इशारों पर कहानी बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई कदमों तक ले जाती है किसी अनजानी राह की कहानी अक्सर खयालों पर आस बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई तरानों तक ले जाती है किसी अनजानी कोशिश की समझ अक्सर बदलावों पर पुकार बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई दास्तानों तक ले जाती है किसी अनजानी आवाज की धून अक्सर उजालों पर सरगम बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई अंदाजों तक ले जाती है किसी अनजानी जज्बात की सोच अक्सर उम्मीदों पर कोशिश बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई लम्हों तक ले जाती है किसी अनजानी रोशनी की पहचान अक्सर आशाओं पर एहसास बनकर नजर आती है।

सपनों की एक प्यास कई लहरों तक ले जाती है किसी अनजानी सौगात की आस अक्सर अफसानों पर तलाश बनकर नजर आती है।

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