Thursday 21 September 2023

कविता. ४९३६. अंदाजों से खयालों संग।

                             अंदाजों से खयालों संग।

अंदाजों से खयालों संग कदमों की आहट सपना सुनाती है नजारों की कहानी अक्सर इरादा दिलाती है आशाओं को सरगम तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग किनारों की सुबह आस सुनाती है तरानों की आहट अक्सर अफसाना दिलाती है एहसासों को उम्मीद तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग अरमानों की सोच उमंग सुनाती है कदमों की राह अक्सर पुकार दिलाती है लहरों को आवाज तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग जज्बातों की सौगात कोशिश सुनाती है दिशाओं की सोच अक्सर बदलाव दिलाती है दास्तानों को आस तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग अल्फाजों की आस तराना सुनाती है लम्हों की पहचान अक्सर समझ दिलाती है नजारों को सुबह तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग तरानों की पुकार आवाज सुनाती है सपनों की सुबह अक्सर रोशनी दिलाती है अरमानों को उजाला तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग दास्तानों की समझ रोशनी सुनाती है दिशाओं की कोशिश अक्सर आस दिलाती है कदमों को उमंग तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग अदाओं की पुकार आहट सुनाती है उम्मीदों की पहचान अक्सर मुस्कान दिलाती है किनारों को आस तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग राहों की आस कोशिश सुनाती है इशारों की सौगात अक्सर अरमान दिलाती है इशारों को पहचान तलाश देती है।

अंदाजों से खयालों संग इरादों की आहट सरगम सुनाती है आशाओं की परख अक्सर उजाला दिलाती है सपनों को रोशनी तलाश देती है।

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