Monday 25 September 2023

कविता. ४९४०. इशारों को अल्फाजों की।

                              इशारों को अल्फाजों की।

इशारों को अल्फाजों की मुस्कान सरगम दिलाती है दास्तानों को एहसासों की कहानी खयाल सुनाती है तरानों को उम्मीदों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की आस अरमान दिलाती है नजारों को दिशाओं की पहचान सहारा सुनाती है कदमों को उजालों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की आवाज खयाल दिलाती है लहरों को एहसासों की कोशिश तलाश सुनाती है जज्बातों को अंदाजों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की रोशनी सौगात दिलाती है अदाओं को सपनों की सुबह पहचान सुनाती है लम्हों को अरमानों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की उमंग परख दिलाती है कदमों को जज्बातों की सौगात पुकार सुनाती है अंदाजों को बदलावों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की राह एहसास दिलाती है इरादों को आवाजों की धून नजारा सुनाती है लहरों को एहसासों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की तलाश अंदाज दिलाती है दिशाओं को कदमों की समझ सपना सुनाती है अफसानों को आशाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की कहानी कोशिश दिलाती है लम्हों को किनारों की आहट पुकार सुनाती है दिशाओं को अदाओं की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की लहर अहमियत दिलाती है आवाजों को अफसानों की सौगात कोशिश सुनाती है आशाओं को अंदाजों की सोच दिलाती है।

इशारों को अल्फाजों की समझ तराना दिलाती है अरमानों को दिशाओं की कहानी खयाल सुनाती है जज्बातों को अदाओं की सोच दिलाती है।

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