Tuesday 12 September 2023

कविता. ४९२७. दिशाओं को आवाजों की।

                                     दिशाओं को आवाजों की।

दिशाओं को आवाजों की धून एहसास दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है खयालों को अंदाजों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की कोशिश रोशनी दिलाती है लम्हों को खयालों की मुस्कान अरमान सुनाती है नजारों को राहों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की सोच अफसाना दिलाती है दास्तानों को अदाओं की पुकार बदलाव सुनाती है आशाओं को सपनों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की सौगात तलाश दिलाती है तरानों को उम्मीदों की परख कोशिश सुनाती है अरमानों को जज्बातों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की समझ आस दिलाती है नजारों को राहों की उमंग अल्फाज सुनाती है एहसासों को तरानों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की राह किनारा दिलाती है खयालों को अंदाजों की पुकार एहसास सुनाती है उजालों को सपनों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की तलाश मुस्कान दिलाती है लहरों को इशारों की आस अरमान सुनाती है नजारों को खयालों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की उमंग अल्फाज दिलाती है तरानों को जज्बातों की आहट बदलाव सुनाती है इशारों को दास्तानों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की समझ सहारा दिलाती है कदमों को अदाओं की परख सुबह सुनाती है अल्फाजों को लहरों की पहचान सुनाती है।

दिशाओं को आवाजों की आहट बदलाव दिलाती है लम्हों को किनारों की सरगम उमंग सुनाती है कदमों को उजालों की पहचान सुनाती है।

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