Saturday, 6 February 2016

कविता ४८५. कल्पना से बनी कहानी

                                                           कल्पना से बनी कहानी
कहानी तो अलग अलग रंग देती है मजा तो उसमे वह होता है की वह जीवन की सच्चाई हर बार होती है जीवन के अंदर सही सोच तो जरुरी होती है
जो जीवन की कहानी हर बार बदलती जाती है वह कहानी जो जीवन की सोच रखती है कहानी के अंदर अलग अलग किसम की सोच हर बार छुपी रहती है
जीवन की कहानी जब किसी कहानी में लिखी होती है तभी वह कहानी कोई मतलब रखती है कहानी ही तो जीवन की सच्ची धारा होती है
कहानी में जीवन हो तो ही वह हमे आगे ले जाती है कहानी के अंदर हर मोड़ पर जीवन की शुरुआत होती है कहानी में ही हर बार अलग राह होती है
कहानी ही तो जीवन को बनाती है जीवन में ही तो वह कहानी मतलब दे जाती है कहानी के अंदर हर सोच जीवन से ही हर बार आगे बढ़ती है
कहानी ही तो जीवन की एक सोच होती है जो जीवन को रोशनी देती है कहानी तो हमे मतलब देती है पर कहानी को परख लेना ही तो तभी होता है जब वह जीवन से बनती है
कहानी के हर मोड़ में जीवन की सच्चाई होती है कहानी को जीना ही तो जीवन की वह शुरुआत होती है जो जीवन को कई रंगों में आगे ले जाती है
जब कहानी में जीवन हो तो ही तो हमारी कहानी प्यारी बनती है कहानी के अंदर कई तरीके के मतलब और ताकद हर बार हर मोड़ पर होती है
कहानी में एक ताकद तो सच्चाई से होती है पर कितनी अजीब बात है कभी कभी कहानी सिर्फ हमारी सोच से बनती है और जीने की ताकद रखती है
कहानी को समझ लेने की जरूरत हर बार हमारी होती है कोई कहानी सच्ची है पर कभी कभी कल्पना भी सच्चाई से बेहतर होती है कहानी जो कल्पना से बनती है वह भी बेहतर होती है 

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