Saturday 20 February 2016

कविता ५१२. घुटन का जीवन पर असर

                                                         घुटन का जीवन पर असर
पानी के अंदर नदिया का एहसास हर बार होता है पानी के अंदर हाथ को रखनेसे पानी में प्यारा एहसास मिल जाता है उसे समझ लेने से दुनिया को मतलब नया मिल पाता है
पानी की ठंडक को समझ लेते है तो जीवन को एहसास नया मिल जाता है पर कुछ ज्यादा पल रखते है तो वह पानी भी हमारे हाथ को परेशान करता है जरूरत से ज्यादा जीवन में कुछ नहीं भाता है
पर इन्सान यह बात कहाँ समझ पाता है वह जी तो लेता है जीवन को पर फिर जीवन की किंमत ही कुछ पल बाद पूरी तरह से भूल जाता है जीवन मुश्किल बनाता है
हर बार जीवन का समझ लेना जरुरी होता है जीवन के अंदर ही तो खुशियों का एहसास हर बार होता है जो जीवन पर असर करता है नई दिशा दे जाता है
हर चीज जो जीवन में हर बार अहम नजर आती है उसका जीवन में कुछ पल ही एहसास होना काफी होता है कुछ भी ज्यादा हो जाए  तो जीवन में चुभन देता है
उस चीज को समझ लेना जरूरी होता है जीवन की हर सोच को भी एक उम्मीद तक ही रखना होता है जिसे आगे ले जाये तो कुछ पल के बाद आगे ले जाना होता है
जीवन में खयालों को समझ लेना होता है हर बार जीवन को नई रोशनी और उजाला दे जाता है जीवन को तो  उम्मीदे दे जाता है जीवन को पुराना एहसास देता है
पर हर बार बदलाव को परख लेना जरुरी होता है जीवन में हर बात जरूरत से ज्यादा ना हो इसलिए उसे समझ लेने की जरूरत होती है वह बात जीवन में खुशियाँ देती है
कुछ चीजे जीवन में हद से ज्यादा हो जाए तो घुटन सी होती है जो जीवन की नई किरण दिखा देती है ज्यादा हो जाने पर दुनिया हर बार उम्मीदों से ज्यादा अँधेरा दे जाती है
चीजे तो जीवन के अंदर अलग असर देती है पर उम्मीद से ज्यादा चीजे बढ़ जाये तो उनके अंदर घुटन सी हर बार मेहसूस होती है जो जीवन पर असर कर जाती है 

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