Saturday 23 April 2016

कविता ६३९. आसमान के सितारे

                                                   आसमान के सितारे
आसमान मे जब हम देखे कई सितारे नजर आते है कुछ लोग चुनते है उनमे से एक को पर हम हर एक को प्यारा समझकर जीवन जीते है
आसमान मे कई बार हवाए एहसास देती है जिनके छू लेने पर हमारी दुनिया बदल जाती है हम उन हवाओं को हर बार मेहसूस करते है
जीवन कि धारा को अलग अलग पल के हिस्सों मे जिन्दा रखते है आसमान को उस एहसास मे परख तो हम कुछ ऐसे लेते है के हर बार आसमान को समझ लेते है
आसमान के हर हिस्से मे ही हम अपना किस्सा पढ लेते है क्योंकि आसमान के हर मोड को समझकर आगे तो हम जाना ही चाहते है
आसमान के अलग अलग कोनों मे जीवन के किस्से छुपे रहते है जिन्हे परखकर या समझकर हम हर मोड पर आगे बढना चाहते है
आसमान कि अलग अलग तरीकों से कहानी हम सुनना चाहते है आसमान को सही ढंग से हम समझकर जीवन मे आगे चलना चाहते है
आसमान कि रोशनी को परखकर हर पल समझकर हम दुनिया को अलग सोच एहसास देकर ही तो दुनिया मे आगे जाते है नया मतलब मकसद देकर जाते है
आसमान के अलग अलग रंग हमे ताकद देकर आगे चले जाते है जिनमे हम हर पल हर मोड पर खुशियाँ ढूँढते जाते है
आसमान मे कई रंगों कि जरुरत हर पल होती है जिसकी दुनिया को हर बारी जरुरत होती है रंगों मे ही तो जीवन कि ताकद छुपी होती है
आसमान मे तारे चुनने कि जरुरत जीवन को अलग सोच देती है वह किसी एक सितारे को ही अपना बनाती है पर हर बार जीवन मे चुनने कि जरुरत नही होती क्योंकि हर चीज मोहोबत नही होती है

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