Wednesday 27 April 2016

कविता ६४६. पेड़ के पन्नों कि कहानी

                                                             पेड़ के पन्नों कि कहानी
पेड के पन्नों कि कहानी कुछ ऐसी होती है जिसे समझकर दुनिया कई बार भुलती है हर गिरते पन्ने कि कहानी होती है पर सुनने कि फुरसत कहाँ किसीको होती है
कोई उठाकर कापी के पन्नों मे रखे तो भी उनको सिर्फ उस इन्सान कि कहानी सुनानी होती है उन्हे समझकर आगे जाने कि जरुरत हर बार होती है
पन्ने हर बार जीवन में किसी और कि कहानी बताना चाहते है जीवन के अंदर एहसास अलग बात वह हर बार करते है जीवन में पन्ने सिर्फ किसी और की बात कहते रहते है
पन्ने जो जीवन को खुशियों का एहसास देते है जीवन में पन्ने हर बार नई सोच देते है पन्ने के अंदर दूसरे की कहानी हर बार असर कर जाती है पन्ने ही तो जीवन की कहानी सुनाते है
पन्ने के अंदर किसी और के एहसास दिख जाते है जीवन के अंदर पन्ने ही जो हमे किसी और की कहानी आसानी से सुनाकर जाते है वही जीवन को अलग एहसास देकर जाते है
पन्ने खुद की नही किसी ओर की कहानी सुना जाते है जीवन मे हर बार हमे खुशियाँ मिलती है जीवन में हर मोड पर असर काफी अलग एहसास देकर जाते है
जीवन के अंदर हमे खुशियाँ तो हर बार मिलती है जो हमारी ताकद होती है वह पन्ने बताते है पर अपने गम कितनी आसानी से भुलाकर जाते है जीवन में खुशियाँ फैलाकर जाते है
पर उसी वक्त कभी हमे पन्ने की रोती हुई शक्ल नही देखी जीवन में हमने कई खुशियाँ देखी है जिनमे हमने एहसास की कमी हर बार देखी है पर उनमे अपनी खुशियाँ अक्सर देख ली है
क्योंकि पन्ने के अंदर खुशियाँ हमने हर बार जोड़ी है पर कई लोगोंको पन्नों के अंदर खुशियाँ हर बार जरूरी नज़र आती है पन्नों में ही तो दुनिया की खुशियाँ छुपी होती है
पन्नों के अंदर कई किसम की खुशियाँ मिलती है पन्नों के अंदर कई कहानियाँ अक्सर जीवन में दिखती है पन्नों को समझ लेने की जरुरत हर बार होती है क्योंकि पन्ने ही तो जीवन में सबसे अलग एहसास दिखाते है
वह अपने सोच को एहसास दे जाते है जीवन में पन्ने ही तो खुशियाँ देकर आगे लेकर जाते है क्योंकि वह खुदकी नही दूसरों की दुनिया बनाना बताते है वही तो असली खुशियाँ देकर जाते है 

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