Sunday 12 June 2016

कविता ७३८. किसी बात को कहना

                                                              किसी बात को कहना
किसी बात को कहने से जीवन मे डर लगता है पर हर बात मे जीवन को कोई अलग असर मिलता है बात को परख लेने कि जरुरत होती है
जीवन मे बात को परख लेने कि जरुरत हर मोड पर अक्सर होती है जो जीवन को अलग किसम कि सोच देती है जो आजादी का मतलब बताती है
पर अक्सर दुनिया मे वही बात लोगों को खटकती है जो सच्चाई कि नीव होती है जीवन मे अलग एहसास को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है
जीवन को समझकर जीवन कहानी हर बार हमे अलग एहसास देती है जो जीवन को ताकद हर मोड पर दिखती है जरुरत जिसकी हर बार होती है
जीवन मे बात को समझकर जिन्दगी गुजार लेने कि जरुरत नही  होती है जिसे कहने कि जरुरत होती है जीवन मे समझ लेने लायक कई बाते होती है
उन्हे अनकही रख दे तो जीवन मे अलग सोच दिखती रहती है जो जीवन को अलग एहसास देकर आगे बढ़ती रहती है जो जीवन को साँसे देकर चलती है
कोई बात जो जीवन मे छुपी हो उसे समझ लेने कि जरुरत अक्सर होती है क्योंकि वही बात ही तो हमारी दुनिया बदलती है जीवन को अलग रंग देकर चलती है
जीवन मे साँसों को पेहचान लेने कि जरुरत होती है जो जीवन कि कोई अलग पेहचान बन के आगे चलती है साँसों में ही तो दुनिया कि समझ होती है
बात को समझकर आगे चलने कि जीवन मे अहमियत होती है जो जीवन को अलग समझ देती है जो जीवन को हर बार समझ देकर आगे बढती रहती है
बात को परखकर आगे जाने कि जीवन मे हर मोड पर जरुरत होती है जो जीवन को अलग तरह कि समझ देकर आगे चलती रहती है जो जीवन को समझ अक्सर दिखती है 

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