Sunday 5 June 2016

कविता ७२४. कागज मे लिखी कहानी है

                                      कागज मे लिखी कहानी है
किसी कागज पर लिखी कहानी जीवन कि दास्तान बता देती है जो जीवन को अलग तरीके से बता देती है जीवन कि दास्तान बताकर जाती है
वह बताती है कि जीवन कि कहानी हर बार दोहराने कि जरुरत जीवन मे हर बार होती है जो जीवन कि दास्तान समझा लेती है
शायद कोई अलग असर कर जाती है जो हमे साँसे देकर जाती है कोई अपनी दास्तान बताकर जीवन कि सच्चाई कह जाता है
जीवन कि दास्तान हर बार कागज पर लिखने कि जरुरत जीवन मे हर बार होती है क्योंकि वह तो हमारी आदत होती है मन को वह सोच तसल्ली देकर चलती है
कागज पर कई बार वह लिखी जाती है वह किसी मोड कि कहानी होती है जो जीवन को अलग समझ देकर हर पल आगे बढती है
जीवन मे हर पल कोई अलग कहानी जिन्दा होती है जो हमारी दास्तान अलग सोच मे लिखती रहती है जो उम्मीद दे जाती है
कागज मे ही तो वह दास्तान छुपी होती है जिसमे एक कहानी लिखी होती है जो जीवन को अलग एहसास हर पल देकर जाती है
जीवन कि दास्तान हर बार जरुरी होती है जिसे परखकर आगे जाने के पहले ही किसी और ने कही होती है वह कहानी कुछ अलगसी होती है यह कहने कि चाहत होती है
पर कैसे कह दे जब वह कहानी एकसी होती है तो जीवन को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है कि सच यही है हमारी कहानी अनजानी नही होती है
कागज लिखी कहानी बताकर जाती है कि गलती दोहराने कि आदत इन्सान को हर बार होती है जिसे समझ लेने कि जरुरत होती है
पर हर बार गिरकर संभलने कि जरुरत हर बार होती है इसलिए ही तो जिन्दगी हर पल दोहराने कि जरुरत हर पल नजर आती है

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