Friday 13 November 2015

कविता ३१५. एहसास नया सा

                                    एहसास नया सा
जब जब समजा दिल को उसमे सोच नई आयी दिल कि हर बाजी एहसास नया सा लाती है जीवन को ऐसे रंगों के अंदर एहसास अलग सा लाती है
दिल के भीतर अलग उम्मीद का नया एहसास रोशनी देता है जिसे दिल से परख लेना नई सोच जीवन को देता है दिल तो हमेशा मासूम बच्चे सा उछल कूद करता है
दिल के हर एहसास से जहाँ हर बार रोशन होता है दिल ही दुनिया को हर मोड पर समज लेना चाहता है दिल को परख लेने से दुनिया रोशन हर बार होती है
दिल के अंदर नई नई खुशियाँ जिन्दा हर बार होती है दिल के अंदर अलग सोच जीवन को रोशन कर जाती है दिल को समज लेना हर बार जरुरत होती है
दिल के पेहलू मे दुनिया छुपी है दिल को समज ले तो दुनिया अलग होती है दिल के अलग एहसास से दुनिया पनपती है दिल तो एक ऐसा दर्पन है जो अलग अलग रंग दिखाता है
दिल तो हर बार दुनिया का अलग रंग दिखाता है जिसे समज लेना हर बार अहम होता है दिल का हर रंग हर बार अलग होता है जिसे समज लेते है तो दुनिया का मतलब बदल जाता है
दिल के अंदर अलग सोच को रहना जीवन को मतलब अलग हर बार देता है जीवन को समज लेना दिल को अच्छे से आता है क्योंकि दिल को समज लेना हर बार अहम दिखाई देता है
पर दिल को समज लेना जीवन को जरुरी लगता है दिल के अंदर अलग सोच का होना हर राह पर नई उम्मीद देता है दिल के भीतर जीवन को नई शुरुआत देता है
दिल को परख लेना जीवन को रोशनी देता है क्योंकि दिल ही तो हर मोड पर अलग किसम कि रोशनी दे जाता है जीवन को दिल ही ताकद दे जाता है
दिल ही वह शुरुआत है जो जीवन को हर बार अलग मतलब दे जाता है रोशनी कि ताकद जो जीवन को नई उम्मीद दे  जाता है क्योंकि हर बार दिल सही जिद्द करना भी जानता है

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