Monday 16 January 2017

कविता. ११७४. हर बार जो कुछ कह देते है

                                  हर बार जो कुछ कह देते है
हर बार जो कुछ कह देते है बात बदलसी जाती है सीधी राह पे जीवन कि दिशाए समझ अलग बताती है पर अक्सर हर इन्सान कि समझ एकसी नही होती है वह हर किस्से बदलाव अलग देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात तो सच ही होती है फिर भी जब लोग इशारे करते है जीवन के हालात को कह कर बात खत्म नही होती है जो जीवन मे अलग पुकार कि शुरुआत अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात सिर्फ सवाल नही होती है हर बार उस मे जवाब के तलाश कि पुकार हर किस्से को मतलब दे जाती है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन मे उजाले अक्सर देते है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस खयाल मे कहाँ रुक पाती है वह हर मौके पर जीवन को अलग किस्सों से आगे लेकर चलने कि चाहत हर साँस मे हर कदम को हर मौके मे अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस सवाल से बढकर जवाब कि तलाश दुनिया को रोशनी देकर रहती है जो हर लम्हे को नई पुकार दे वह बात जीवन मे कई इरादों के साथ समझ अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस किस्से से शुरु होती रहती है हर बार जीवन मे कहानियाँ समझ लेने कि जरुरत रहती है जो जीवन मे हर लम्हे के साथ नया उजाला देकर उम्मीदे अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात एहसास अलग देती है जो हर किनारे को कई एहसासों मे समझ अलगसी देकर चलती है जो हर मौके के अंदर जस्बात कि अलग परख देकर उजाला अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस किनारे को अलग समझ देती है हर मौके पर जीवन को कई एहसासों कि धारा देकर चलती रहती है जो हर बार अलग इशारे से दुनिया को जवाब अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस कहानी से जस्बात अलगसा दे जाती है जो जीवन मे सवालों के जवाब अलग दे जाती है जो जीवन मे हर मौके पर एहसास कुछ अलग तरह का अक्सर देती है
हर बार जो कुछ कह देते है बात उस समय पर रुक नही पाती है जो जीवन को कई रंग दे जाये वह सोच जीवन मे कई किसम कि दिशाए हर मौके पर देकर जाती है वह नयी दिशा अक्सर देती है

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