Friday 27 January 2017

कविता. ११९७. मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी।

                                मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी खुशियाँ आती है हर लम्हा जीवन कि कश्ती को एक सच्ची कोशिश पार लगाती है जो जीवन मे सन्नाटे से उपर लेकर जाती है हर मौके पर कोई अलग असर का एहसास देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे के खालीपन मे भी नयी खुशियाँ आती है जो जीवन मे कई धागों कि माला पिरोकर अलग एहसास के साथ जाती है हर बार मासूमियत कई किस्सों के संग उम्मीदों कि कश्ती देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी दुनिया बन जाती है हर मासूम कहानी अलग एहसास कि पुकार मे सतरंगी दुनिया देती जाती है जो जीवन मे मासूमियत को कई किस्सों मे अलग समझ दिखाती है वह रोशनी देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग रोशनी आती है हर मासूम सोच के संग वह उजाला देती रहती है वह हर लम्हा जीवन मे मासूम सोच कि पुकार हर बार देती जाती है जो जीवन मे अलग तरह का उजाला देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग पुकार आती है हर किस्से को कई तरह कि दिशाए दिखाकर दुनिया कई रंगों कि दुनिया हर मौके पर देती रहती है जो जीवन के हर कोने मे कोई अलग कहानी दिखाकर अलग मतलब देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग उमंग आती है हर किस्से का एहसास समझकर दुनिया हर मौके पर अलग ताकत देती जाती है वह ताकत जो जीवन मे कई रंगों के लिए मेहनत करने कि उम्मीदे हर लम्हा देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग किनारे कि उम्मीदे आती है क्योंकि मासूम के एहसास से ही तो जीवन कि दास्तान लिखी जाती है जो हर एक चोट से उठकर आगे बढना सिखाती है जो हर राह पर नयी सुबह देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग रोशनी दिख जाती है जो जीवन मे कई रंगों कि नयी राह बताती है क्योंकि मासूमियत ही तो अक्सर सच्ची राह बताती है हर चोट के ऊपर अलग तरह के मलहम का एहसास देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग उजाले कि ताकत मिल पाती है हर बार हर राह के संग कई किनारों कि खुबसूरती नजर आती है जो जीवन मे कई एहसासों के मकसद देकर चलती है जो जीवन मे अंधियारे से उजाला देकर जाती है।
मासूम के एहसास से सन्नाटे से भी अलग पुकार रोशनी दिखाकर जाती है जो जीवन मे नया किनारा देकर चलती है हर किनारे को परख लेने कि जरुरत हर पल जीवन को कई रंगों मे आगे लेकर जाती है  मासूमियत ही जीवन मे सच्ची ताकत देकर जाती है। 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४३. आशाओं को बदलावों की।

                         आशाओं को बदलावों की। आशाओं को बदलावों की सरगम सपना सुनाती है इरादों को उम्मीदों की आवाज तलाश दिलाती है जज्बातों को ...