Saturday 28 January 2017

कविता. ११९८. हर रोशनी हर बार किनारे पर।

                               हर रोशनी हर बार किनारे पर।
हर रोशनी हर बार किनारे पर उजाला दे जाती है जो जीवन मे रोशनी कि अलग कहानी देकर जाती है क्योंकि हर किनारे पर अलग किरणों से सूरज कि रोशनी हर बार चमक दे जाती है जो हर किनारे पर उजाला देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर अलग किरणों कि पहचान देकर चलती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया हर मौके पर देती है जो जीवन मे आसमान मे अलग उजाला दे जाती है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर अलग रंगों कि पहचान देकर चलती है जो जीवन मे उजाले कि नयी सुबह उजागर करती है जो जीवन मे कई रंगों से आसमान को भर देती है जो आसमान के कई रंगों को अलग पहचान देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर खुबसूरत एहसास को परखकर चलती है जो जीवन मे आसमान से कई रंगों को बदलती है हर बार जीवन मे कई रंगों की खुबसूरती कई एहसासों से आगे बढती है जो जीवन को खुबसूरती देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर किसम के रंगों को मकसद देकर जाती है जो आसमान मे कई तरह के खुबसूरत एहसास देती रहती है जो आसमान मे कई रंगों कि कहानियाँ कहती रहती है जो जीवन मे अलग कुदरत देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर कहानी को मतलब देकर चलती है वह कुछ कहती है मगर मन को उम्मीद कई रंगों मे देकर चलती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को हर मौके पर अलगसा खुबसूरत एहसास देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर मौके पर जीवन को मतलब कि दास्तान हर पल के संग रहती है जो आसमान से उम्मीदे तोडकर लाये वह सोच मायने रखती है जो जीवन मे कई रंगों से आसमान को अलग दुनिया देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर अलग समझ देकर चलती है जो जीवन मे आसमान को कई रंग दिखाती है जो आसमान से कई दिशाओं मे फैलती जाती है हर आसमान के अंदर कई खुबसूरत दिशाए देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर अलग उजाला देती है जो आसमान से कई रंगों को परख लेने कि ताकत हर किस्से मे जीवन को अपनी बात अलग तरह से समझाकर आगे जाती है जो जीवन मे कई रंगों से अलग परख देकर चलती है।
हर रोशनी हर बार किनारे पर हर अलग रंगों को कुछ अलग एहसास देती है जो आसमान से कई रंगों कि दिशाए देकर चलती है वह हर पल जीवन को अलग तरह कि खुबसूरती देती रहती है जो जीवन मे कई उम्मीदे भी सुबह देकर चलती है। 

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