Monday 30 January 2017

कविता. १२०२. किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ।

                              किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी भिगाकर जाती है बिना देखे भी एहसास अलगसा दे जाती है जो हर बूँद के साथ हर सुबह कि पुकार देती है जो जीवन मे कई किस्सों को रोशनी हर बार देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी मन को दूर से भी छूँ जाती है पास कि आवाज कुछ दूर नजर आती है जो दूर से जीवन के कई किस्सों को सच बनाकर चलती है जिनसे एक अलग उम्मीद मन को रोशनी देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी मन को अलग इशारा दिखाती रहती है जो जीवन मे कई रंगों कि दिशाओं पर लेकर चलती है जो जीवन मे कई उम्मीदे देकर जाती है जिन्हे समझ लेने कि समझ मुस्कान देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी दूर कि दुनिया को भी पास लेकर चलती है जो जीवन मे कई दिशाओं को अलग एहसास देती हर बार उम्मीदों के पास ले जाती है पर किस्से के साथ परखकर हर पल उम्मीद देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी नया एहसास जगाती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को अलग पुकार देती है क्योंकि हर बूँद पर कहानी अलग एहसास लाती है दूर होकर भी बूँदे पास आकर एक एहसास देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी जीवन कि हर बात बताकर जाती है जो जीवन मे कई दिशाओं से अलग एहसास देकर चलती है हर बूँद के अंदर अलग पुकार हर बार जिन्दा होती है जो जीवन मे दूर रहकर भी खुशियों के एहसास देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी जीवन मे कई रंगों को बिखेरती जाती है हर मौके को बदलकर जीवन मे कुछ किनारों कि उम्मीदों कि पहचान देकर चलती है जिसे परख लेने कि जरुरत जीवन को अलग किस्से कि रोशनी हर बार देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी जीवन मे कुछ अलग मकसद देकर चलती है क्योंकि दूर के बूँद मे भी जीवन कि आस नजर आती है जिसकी अहमियत जीवन मे कई तरह कि दिशाए देकर हर मौके पर कोई असर हर बार देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी नयी दिशा दिखाती है जो जीवन मे कई रंगों कि दुनिया को हर लम्हा कोई दास्तान दिखाती है जो जीवन मे बूँदों को नया सबेरा देकर चलती है जिसे दूर होते हुए भी पहचान लेने कि जरुरत उजाला हर बार देती जाती है।
किसी किनारे पर गिरती बूँद जाने क्यूँ कभी कभी नयी उम्मीद देती जाती है जो दूर होकर भी नया उजाला देकर रहती है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान अलग पुकार देकर चलती है दूर कि बूँदे भी अक्सर नयी पहचान देकर चलती है जो जीवन मे उम्मीदे देती जाती है। 

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