Saturday 21 January 2017

कविता. ११८४. हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है।

                               हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कुछ अलग पुकार और उम्मीद देता जाता है जो जीवन मे हर पल को कई दिशाओं मे समझ लेने कि जरुरत जीवन मे हर दिशा के साथ होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कुछ अलग रोशनी हर पुकार के साथ रहती है जो जीवन मे पत्थरसी मजबूती देकर जाती है उसे मन कि सच्चाई हर बार कहते है जिसे साथ ही दुनिया जिन्दा होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई रंगों को ताकद देता रहता है जिसे समझकर आगे जाना जीवन मे अलग दिशाओं मे कोई एहसास देता है क्योंकि सच ही तो जीवन कि असली राह होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई दास्ताने देता है जो जीवन मे अलग किसम कि पुकार देती है जो सच के सहारे ही तो जीवन को अलग पुकार को मकसद देकर हर आवाज के साथ आगे चलती है तो जीवन कि उम्मीद होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई दिशाओं से आगे लेकर जाती है हर पल वह राह पर नया अंदाज देकर जाती है जो जीवन मे अलग सोच देकर जाती है पर सच्चाई हर कदम पर आगे लेकर जाती है जो जीवन का उजाला होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई किस्सों कि तलाश बनता है हर सच मे अलग तरह कि उम्मीद जिन्दा होती है जो जीवन मे कई इशारों से सही किनारा देती है जिसे समझ लेने कि कहानी हर बार नयी दिशा मे किनारा ढूँढने मे होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई किनारों से उम्मीदों भरे इशारे देकर चलती है जो जीवन मे कई किनारों मे बदलाव देकर आगे बढती है हर सच्चाई कि अलग तलाश होती है जो जीवन मे कई उम्मीदों कि पुकार होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई किस्सों को मतलब देकर हर बार जाती है जिसे समझ लेने कि जरुरत हर साँस के अंदर हर बार छुपी रहती है जो जीवन मे कई इरादों को समझ हर बार मिलती है जो जीवन कि तसबीर होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई किनारों से अलग रोशनी देकर जाती है क्योंकि हर सच कि एक अलग पुकार दिखती है जो जीवन मे कई किनारों को अलग तरह के मतलब देकर आगे बढती है जिसकी जरुरत होती है।
हर सच एक पत्थर कि लकिर होता है जो जीवन मे कई किस्सों को पुकार हर एहसास के साथ हर बार देता है क्योंकि सच ही तो जीवन कि नयी पुकार रहती है जिसे समझ लेने कि जरुरत हर पल मे अक्सर जिन्दा हर बार होती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४७. अरमानों को दिशाओं की कहानी।

                       अरमानों को दिशाओं की कहानी। अरमानों को दिशाओं की कहानी सरगम सुनाती है इशारों को लम्हों की पहचान बदलाव दिलाती है लहरों...