Wednesday 4 January 2017

कविता. ११५०. हर ज्योती मे एक पुकार होती है।

                                हर ज्योती मे एक पुकार होती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी आग जीवन को कुछ कह जाती है जो जीवन मे अलग राग देकर हमे आगे लेकर जाने कि उम्मीदे देकर जाती है जो जीवन मे कई किनारों से आगे लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी रोशनी हर बार अलग एहसास दे जाती है जो जीवन मे अलग तरह का उजाला देकर जाती है जो जीवन मे हर लम्हा कोई अलग पुकार देती है जो जीवन मे रोशनी लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी अलग उजाले के साथ कोई रोशनी अलग इरादा देती है हर बार उस उजाले मे अलग किसम कि रोशनी देकर जाती है जो जीवन मे अलग तरह कि पुकार लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी पहचान ही तो जीवन को कई रंगों का एहसास देती है जिसे समझ लेने कि आस हर ज्योती के उजाले मे होती है उस ज्योती के छोटेसे एहसास कि दुनिया अलग दुनिया मे लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी रोशनी कई तरह के एहसास मे जिन्दा हो जाती है हर आग मे उस पल कि पुकार जीवन मे हर बार जिन्दा होती है जो जीवन मे कई किस्सों मे अक्सर आगे लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसके हर रंग मे अलग पहचान होती है जो जीवन मे कई तरह कि ताकद दे जाती है जो जीवन मे रोशनी के अंदर कुछ अलग पुकार देती है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को रंगों मे लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी रोशनी उम्मीद कि पुकार बनकर आगे आती है जिसे समझ लेने कि चाहत दुनिया को अलग रोशनी दे जाती है जो जीवन मे अलग एहसास देकर आगे जाती है जो जीवन मे उजाला लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी ताकद के अंदर कुछ अलग एहसास दे जाती है क्योंकि उसके छोटेसे बदलाव से भी दुनिया बदलती जाती है जिन्हे समझ लेने से ही जीवन कि हर सुबह सुंदर होती है क्योंकि ज्योती ही नयी किरण लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी कहानी वह लिखती जाती है हर ज्योती मे रोशनी हर बार जिन्दा रहती है जिसे समझकर ही दुनिया कई तरह के एहसास हर बार देती है जो ज्योती के अंदर कि पुकार को आगे लेकर जाती है।
हर ज्योती मे एक पुकार होती है क्योंकि उसकी रोशनी जीवन के अंदर अलग उजाला देती है जो हर बार ज्योती को कई किसम कि समझ देकर चलती है जिसे समझ लेने पर ही दुनिया को परख हर बार होती है जो मन को सच्ची रोशनी कि ओर लेकर जाती है। 

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