Thursday 5 January 2017

कविता. ११५३. हर कागज पर जब कुछ लिख देते है।

                      हर कागज पर जब कुछ लिख देते है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जीवन को लब्जों मे कहने कि आदतसी हो जाती है जिन्दगी हर लब्ज के संग समझ अलगसी दे जाती है वह जीवन मे कई किस्सों मे उम्मीदे देकर जाती है जो लब्जों को अलग समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जीवन को एहसासों के अंदर पुकार अलग समझ देकर चलती है लब्जों के साथ कई किरणों के अंदर पुकार अलगसी लिखती जाती है जो जीवन मे कई किस्सों को अलग समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जीवन को लिखावट के सहारे कई किस्सों मे पहचान अलगसी देती है जो कागज मे दुनिया को हर बार बता कुछ देती है जो जीवन मे लिखावट कि आदत हर बार देती है जो जीवन मे समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जीवन मे बातें चुपचाप से आगे जाती है जो जीवन मे लिखी बातों कि कहानियों मे अलग पहचान बनती है अनजाने मे बाते अक्सर कागज पर जिन्दा रहती है जो जीवन मे अलग समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो कहानियों को अलग पहचान के सहारे पकड लेते है जो कागज के अंदर जीवन को भरते है वह लब्ज ही तो जीवन कि कहानियों मे जिन्दा रहते है वह बाते जीवन मे कागज को अलग समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो जीवन मे सोच को धीमे से कहना चाहते है वह सोच के कोई धारा को कई हिस्सों मे परखकर आगे चलते जाना चाहते है हर कागज पर हम लिखकर कुछ अलग इशारा देते है जीवन मे बाते कागज को अलग समझ देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो जीवन मे कई तरह के खयाल होते है वह कागज पर अलग अलग तरह के एहसास देकर जाते है जीवन मे हम अक्सर कागज पर लिखी गई बातों से जीवन को परख लेते है कागज को अलग देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो जीवन मे कई तरह के एहसास जिन्दगी हमे दे जाती है जो कागज के कई हिस्सों में जीवन को समझ लेते है जो कागज पर कई तरह के खयाल जिन्दा रहते है जिन्हे समझकर दुनिया मतलब अलग देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो जीवन मे लम्हे अधूरे या फिर पूरे दिखते है वह  रंगों मे जिन्दा होकर कागज पर बिखरते है जिन्हे हर बार कागज पर पढकर हम जिन्दा रहते है उन्हे हर बार लम्हों के मतलब मे परखकर दुनिया रंग अलग देकर चलती है।
हर कागज पर जब कुछ लिख देते है जो जीवन मे रंगों को उजाला दे जाती है उस दुनिया को हम लब्जों मे बाँध लेते है अनजानीसी दुनिया को कई रंगों मे समझ लेते है जिसे हर बार किसी अलग किनारे पर लेकर चलते है उस किनारे कि दुनिया एहसास अलग देकर चलती है।

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