Wednesday 6 January 2016

कविता ४२३. कहना जरुरी होता है

                                                          कहना जरुरी होता है
क्या करते है जीवन मे कुछ हम कहते है और कुछ कह नही पाते क्या कहते हम क्योंकि कई बार हमे अपने मन कि बाते ही समझ मे नही आती जिन्दगी कि भाग दौड मे चीजे समज लेनी रह जाती है
कहना तो जीवन मे बहोत कुछ होता है पर कुछ बाते कहना बाकी रह जाता है बाकी चीजों का अफसोस नही पर कई बार शुक्रिया जब रह जाता है मन को तब अफसोस बडा होता है
कहना तो हर बार जरुरी होता है उसे जब हम समज लेते है जीवन मे एहसास अलग होता है कहना तो बातों को हर बार जरुरी होता है पर जिस बात को दिल चाहता है वह दिल का समजना जरुरी होता है
कहना ही जीवन को हर बार मतलब देता है कहते रहना ही जीवन को मतलब देता है जब बात हम खुद ही नही समज पाते है क्या बताये किसी को जो बात ही भूल जाते है
कहना ही जीवन को मतलब देता है जो जीवन को कोई ना कोई राह बताता है कही बाते इन्सान आसानी से समज पाता है पर जो खुद ही ना समज सका हो वह बात इन्सान खाक बताता है
जीवन में ऐसी ही कई बाते अधूरी रह जाती है जो जीवन के हर मोड़ पर कुछ तो असर कर जाती है जीवन की धारा जो आगे बढ़ती जाती है
उसे समज लेने की जरूरत मन को हर बार मेहसूस होती है कहना तो हर बार हर मोड़ पर आसान होता है कही बाते ही तो जीवन में अलग असर दिखाती है
पर हम कुछ बाते समज लेने में इतना वक्त लगाते है की कभी कभी हमसे पहले दुनिया हमारी बात समज जाती है तभी मन को बड़ी तकलीफ होती है
क्योंकि यह ज्यादा जरुरी है की हम खुद को समझले पर हम ज़माने को समझ तो लेते है पर अपने मन की बात तो अक्सर मन में ही रह जाती है
कहना ही जरुरी होता है जिसे समज लेना जीवन में उम्मीद दे जाता है कहना ही जीवन के हर मोड़ पर रोशनी देता है पर अपनी बात को समज लेना हर बार जरुरी होता है 

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