Friday 1 January 2016

कविता ४१२. सही चीज कि चाहत

                                                 सही चीज कि चाहत
हर राह पर कुछ तो मन कि चाहत होती है कभी हमे वह हासिल होती है कभी हमारे जीवन मे बडी दूर हमारी मंजिल होती है राह पर कुछ अलग एहसास तो जीवन को साँस देते है जीवन मे राह चाहत कि आस देती है
चाहत तो जीवन कि हर ताकद हर बार देती है चाहत ही तो जीवन के मोड़ पर अलग तरीके दिखाती कभी अच्छी चीजों कि कभी बुरी चीजों कि होती है चाहत तो जीवन कि ताकद होती है चाहत तो जीवन को रोशनी देती है
पर अलग चीज कि हो तो मुश्किल होती है वह जीवन को हर बार नफरत दे जाती है चाहत ही जीवन कि जरुरत होती है वह जीवन को आगे ले जाने कि ताकद देती है चाहत तो जीवन को उम्मीदे देती है
चाहत हर बार हमारी जरुरत होती है क्योकि चाहत हर सही चीजों कि हो तो जीवन कि ताकद बनती है चाहत तो हर बार सही ओर से जीवन को ले जाती है तो दुनिया हमारी हर बार जन्नत होती है
चाहत हो शांती कि चाहत हो खुशियों कि तो दुनिया जन्नत होती है चाहत ही हर बार जीवन कि जरुरत होती है जो जीवन को आगे ले जाती है क्योकि वही तो सही दिशा कि शुरुआत होती है
चाहत दुनिया कि उम्मीद हर बार होती है चाहत ही हमारे जीवन कि एक प्यास होती है चाहत ही दुनिया कि ताकद होती है उसे परखे तो जीवन को आगे ले जाती है चाहत ही दुनिया कि उम्मीद होती है
वह तय करती है हम कहाँ जाये इसलिए जब चाहत हो दौलत की शोहोरत की हो तो मुसीबत होती है जो जीवन पर असर कर जाती है वह जीवन की जरुरत होती है चाहत ही गलत सोच होती है
गलत चीजों कि दुनिया मे जरुरत नही होती है पर फिर भी दिल मे उनकी चाहत होती है जिन्हे परख लेने कि जीवन मे जरुरत होती है चाहत को दोनो तरफ से परख के उसे रखने कि जरुरत होती है
बिन सोचे जब जीवन कि दिशा बनती है उस दिशा को समज लेने कि हर मोड़ पर जरुरत सी हर बार होती है क्योकि जब हम सही दिशा से सोचे तो ही जीवन कि सुबह होती है चाहत सही हो सिर्फ तो ही वह हमारी ताकद होती है
तो चाहत को सही दिशा मे ले जाना जीवन कि सबसे बडी जरुरत होती है जब चाहत सही मोड पे जाती है तो ही वह दुनिया को उम्मीदे देती है चाहत ही तो जीवन कि ताकद बन सकती है पर गलत हो तो बर्बादी कि वजह बनती है

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