Friday 27 May 2016

कविता ७०७. अलग तरह कि सोच

                                             अलग तरह कि सोच
कभी किसी तरह कि सोच को परख लेना जरुरी लगता है उसे समझ लेना अलग एहसास देकर चलता है जो आगे बढकर जाता है
सोच के अंदर ताकद ही दुनिया को बदलकर आगे बढती है जो जीवन को अलग रोशनी देकर हर कदम पर चलता है
सोच को अलग तरीके से जीवन को परखकर आगे बढना जरुरी होता है जो सोच के अंदर अलग तरह कि तलाश देकर आगे चलता है
सोच को कई राहों से समझ लेने कि जरुरत तो हर पल जीवन मे होती रहती है जो अलग तरह कि रोशनी देकर आगे बढती है
सोच को समझकर आगे जाने कि और हर पल उसे समझ लेने कि जरुरत हर बार हम जीवन मे रखते है हम उसे समझ लेते है
सोच को एहसास अलग मिलता है जिसे परख लेना हर मोड पर हर मौके पर आगे बढना जीवन पर अलग तरीके का असर कर देता है
सोच के अंदर कई तरह कि ताकद का हिस्सा होता है जो हमे हर पल रोशनी देकर आगे बढता जाता है जीवन बदलता रहता है
सोच को समझकर जीवन मे अक्सर अलग रोशनी का एहसास होता है जिसे परखकर जीना बडा आसान होता है जो रोशनी देकर चलता है
सोच मे ही दुनिया को समझकर आगे बढना जरुरी होता है जो हमे नया मौका देता है पर सोच नीचे ना गिर  जाये यह एहसास जरुरी होता है
सोच को समझ लेना हर पल जरुरी होता है जो हमे सच्ची रोशनी देकर हर पल हर कदम पे आगे चलता है जो जीवन को बदल देता है

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