Tuesday 31 May 2016

कविता ७१४. खुशियों कि ताकद

                                                                 खुशियों  कि ताकद
खुशियाँ जीवन मे नई शुरुआत देती है पर शुरुआत अहम चीज होती है पर अक्सर जीवन को नई दिशाए देकर जाती है जो जीवन को अलग चीज होती है
खुशियाँ तो जीवन को अलग साँसे देती है जीवन में नई साँसे देकर आगे बढती है उन साँसों को समझ लेने कि जरुरत हर राह पर रहती है
खुशियों को क्या समझ ले जब वह दुनिया बदलती है खूश तो जीवन को समझकर आगे जाने कि जरुरत होती है जो जीवन को उम्मीदे होती है
खुशियों को समझ लेने कि जरुरत हर बार होती है जो जीवन में समझ लेने कि अहमियत होती है जिसमे जीवन कि कोशिश हर मोड पर आगे लेकर चलती है
जिसमे जीवन को परख ले वह खुशियाँ मिल जाती है जीवन के अंदर कहानी कोई एहसास देकर चलती है जीवन कि सोच बनती है बिघडती है
खुशियाँ तो जीवन कि धारा बदलती रहती है जिन्हे समझकर ही दुनिया को परखकर आगे चलती है खुशियाँ ही तो जीवन को समझकर आगे ले चलती है
खुशियों को समझकर जीवन कि राहे आगे चलती है जिन्हे परख के जीवन मे अलग सोच आगे जाती है जो जीवन कि धारा को आगे लेकर चलती है
खुशी हर बार जरुरी होती है जो हमे अक्सर आगे बढाती जाती है जीवन में खुशियाँ अलग अलग दिशाए बदलती रहती है किनारे बदलकर जाती है
खुशियाँ तो जीवन कि कहानी बनाती है जिसे परख लेना ही जीवन कि जरुरत होती है जीवन में खुशियों कि किरण आगे बढने कि जरुरत होती है
खुशियाँ ही जीवन कि ताकद आगे चलाती है जिसे समझकर ही तो जीवन कि दिशाए बदलती है जो हर पल आगे लेकर चलती है उम्मीदे देकर जीवन मे आगे बढती है 

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