Monday 23 May 2016

कविता ६९८. आसमान के बादल

                                             आसमान के बादल
बादलों के अंदर जीवन को समझकर आगे चलने कि जरुरत हर बार होती है जिसे हर बदल को दुनिया के नतीजों को बदल लेने कि जरुरत हर पल होती है
जब आसमान मे बादलों को हम कई घंटे देखते है तभी तो हम आसमान के अंदाज को परख लेते है उसे समझ लेना चाहते है जिससे दुनिया मे कई तरह के फर्क मेहसूस होते है
आसमान के अंदर हम जीवन को समझकर हम जीना चाहते है जिसे परखकर हम अपने अंदाज को समझे उस आवाज को वह समझना चाहते है
आसमान मे कई रंगों को समझकर ही तो हम आगे बढते जाते है हम जीवन कि धारा को हर बार समझकर आगे जाना चाहते है
बादल तो हर मोड पर बदलते रहते है हम उन्हे परखकर जीवन कि कहानी बदलकर जीवन को जी लेना चाहते है आगे बढना चाहते है
आसमान के अंदर कई रंगों की बरसात हर बार होती रहती है जो जीवन कि दिशाए बदलकर हर मोड पर रखती है जो एहसास अलग कर जाती है
बादलों को समझकर ही तो जीवन कि दिशाए परख लेने कि हर मोड पर एक जरुरत होती है जो जीवन कि दिलचस्प बात होती है
जो आसमान को कई रंग देकर आगे निकलकर हर पल जाते है जो हमे नया एहसास  देकर आगे लेकर जाते है उन्हे समझकर जीवन मे आगे बढते जाते है
क्योंकि आसमान के अंदर ही तो वह खास ताकद रहती है जो जीवन को समझकर हर बार हर पल को अक्सर देकर जाती है क्योंकि आसमान के रंग ही तो मतलब देते है
रंगों मे कई एहसास हर पल छुपे रहते है जो जीवन को कई बाते सिखाते रहते है हमे उम्मीदे देकर हर पल आगे लेकर जाते है 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की। सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों...