Monday 24 October 2016

कविता. १००७. कदमों को समझ लेने कि कहानी।

                                         कदमों को समझ लेने कि कहानी।
कदमों को समझ लेने कि जरुरत हर मौके पर होती है जो जीवन मे कई दिशाए देकर आगे बढती है जिसकी ताकद मन मे रहती है जो कदमों को नई रफ्तार देकर आगे चलती है जो जीवन के कई किनारों की अलग पहचान रहती है।
कदमों को समझ लेने कि अहमियत हर पल मे अक्सर दिखती है जो जीवन मे कदमों कि सच्चाई को मतलब देकर चलती है जो कदमों को दिशाए देकर आगे जाने कि बजह अक्सर देकर आगे बढती है हर कदम मे अलग पहचान रहती है।
कदमों को समझ लेने कि कहानी जीवन को मतलब देकर चलती है जो जीवन कि धाराओं को अलग किसम का एहसास देकर आगे बढती है क्योंकि कदमों मे ही तो दुनिया कि उम्मीदे हर पल आगे लेकर चलती है जो जीवन को जिन्दगी देकर रहती है।
कदमों को समझ लेने कि कहानी जीवन के एहसासों को अलग किसम के मतलब देकर आगे बढती है जो कदमों मे ही तो दुनिया को अलग किसम कि पहचान हर मौके पर देकर चलती है जो जीवन मे कदमों को अलग तरह कि समझ देकर रहती है।
कदमों को समझ लेने कि जरुरत जीवन मे हर एक मौके को अक्सर होती है जो कदमों के संग एहसासों को समझ अलग तरह कि देकर चलती है जो कदमों को बदलाव देकर जाती है जिसमे कदमों को अलग किसम कि समझ देकर आगे चलती रहती है।
कदमों को समझ लेने कि अहमियत हर बार जीवन मे होती है क्योंकि कदमों के अंदर कई तरह के किनारों मे दुनिया जिन्दा रहती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर चलती है कदमों को पहचान लेने कि जरुरत हर धारा मे आगे लेकर चलती रहती है।
कदमों को समझ लेने कि ताकद जीवन मे अक्सर होती है जो कदमों के अंदर पहचान अलगसी देकर आगे चलती है जो जीवन को कई तरह के सपनों के एहसास देकर आगे चलती है जो जीवन मे कदमों को समझ लेने कि कोशिश मन मे रहती है।
कदमों को समझ लेने कि एहसासों को परख लेने कि कोशिश होती है जो जीवन मे कदमों को हकिकत बनाकर हर बार पेश करती है हमे जीवन मे कदमों को समझ लेने कि जरुरत होती है क्योंकि जिन्दगी अक्सर कदमों से ही आगे बढती रहती है।
कदमों को समझ लेने कि जरुरत हर कहानी को होती है जो जीवन को कदमों के सहारे से ही हर पल आगे लेकर चलती है क्योंकि जीवन मे कदमों कि अहमियत हर एहसास मे होती है जो जीवन को कदम दे वह चीज हर मौके पर अहम रहती है।
कदमों को समझ लेने कि कहानी जीवन को कई मकसद देकर चलती है कदमों को परखकर ही तो दुनिया कि हकिकत बनती है क्योंकि कदमों के सहारे ही दुनिया कि कहानी हर बार नये उजाले देकर आगे बढती रहती है।

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