Sunday 9 October 2016

कविता. ९७६. कुछ लम्हों के अंदर।

                                            कुछ लम्हों के अंदर।
कुछ लम्हों के अंदर पहचान अलगसी होती है जो कुछ अलग तरह का एहसास देकर बढती जाती है जो लम्हों के साथ जीवन को अलग तरह कि खुशियाँ देकर चलती जाती है जो जीवन को लम्हों के साथ लब्जों मे जिन्दा करती हुई आगे बढती जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई किसम कि ताकद जो जीवन मे कहानी को अलग तरह का एहसास देकर आगे बढती रहती है लम्हों को पहचान देकर दुनिया को समझ देकर आगे चलती रहती है लम्हों को मतलब हर मौके पर देकर अक्सर आगे जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई कहानियाँ जिन्दा हो जाती है जिन्हे समझ देकर दुनिया कई रंगों मे जिन्दा हो जाती है क्योंकि लम्हों के अंदर ही तो जीवन कि ताकद जिन्दा रहती है जो जीवन को हर पल हर लम्हे मे कोई नई रफ्तार हर पल जीवन कि कहानी सुनाती जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर जीवन कि निशानी बदलती रहती है जिसे समझकर जीवन को कई किस्सों मे आगे जाने कि जरुरत रहती है जो जीवन को अलग तरह के एहसासों को समझ देकर हर पल आगे बढती रहती है जो जीवन को आगे लेकर जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर जीवन कि कहानी को समझकर कई दिशाए देकर चलती रहती है जो लम्हों को समझ अलग तरह कि पहचान को हर मौके पर आगे लेकर आगे बढती रहती है जो जीवन को कई लम्हों के अंदर अलग एहसास देकर आगे बढती जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर जीवन को ताकद हर पल कई कहानियों मे लेकर चलती है जो जीवन को कहानियाँ देकर हर लम्हे मे आगे चलती है जो जीवन को एहसास खुशियों का देकर हर पल आगे बढती है जो जीवन को अलग तरह के मकसद देकर हर मौके पर आगे जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई तरह के सौगादों कि समझ दुनिया को हर कोने मे रहती है जो जीवन के हर सोच को अलग तरह कि रोशनी हर कोने मे मिलती रहती है जो जीवन को  अलग तरह कि समझ देती है जो जीवन को कई इशारों से आगे जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई तरह के मकसद देकर आगे चलती है वह लम्हों कि कहानी जिन्दगी को हर पल जिन्दा रखती है जो जीवन मे कई किस्सों मे समझ अलग तरह कि देकर आगे बढती जाती है जो लम्हों को ताकद अलग किसम कि देकर जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई तरह के राहों को समझ देकरअलगसी आगे बढती जाती है जो लम्हों को समझ कई किसम कि देकर चलती हुई आगे बढती रहती है जो लम्हों को समझ दे वह दिशाए अहम नजर आती है जो जीवन मे खुशियाँ दे वह राह जरुरी हो जाती है।
कुछ लम्हों के अंदर कई तरह कि रोशनी खुशियों कि पुकार देकर आगे लेकर चलती रहती है हम जिस लम्हे को समझ लेते है उस लम्हे मे एहसासों कि कहानी बदलाव देकर आगे बढती रहती है जो लम्हों को ताकद देकर आगे बढती जाती है।

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